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केरल में मंकीपॉक्स का केस मिलने के बाद कर्नाटक में बढ़ी सतर्कता, कड़ी निगरानी रखने का फैसला

कर्नाटक सरकार ने राज्य के सभी जिलों को मंकीपॉक्स को लेकर ‘तकनीकी परामर्श समिति’ की सिफारिशों और केंद्र के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक कदम उठाने तथा पूरी तैयारी सुनिश्चित करने को कहा है.

मंकीपॉक्स के लक्षणों में सूजन लिम्फ नोड्स के कारण बुखार और दाने शामिल हैं, फाइल फोटो | फोटो: WHO

केरल में मंकीपॉक्स का तीसरा केस सामने आया है. जो व्यक्ति वायरस से सक्रमित पाया गया है वह यूएई से लौटा है. इसे मिलाकर भारत में मंकीपॉक्स के कुल 3 मामले सामने आ चुके हैं. देश में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला देखने को मिला था.

केरल में मंकीपॉक्स संक्रमण के मामलों की पुष्टि होने के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने राज्य में सतर्कता गतिविधियां बढ़ाने और कड़ी निगरानी रखने का फैसला किया है.

कर्नाटक सरकार ने राज्य के सभी जिलों को मंकीपॉक्स को लेकर ‘तकनीकी परामर्श समिति’ की सिफारिशों और केंद्र के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक कदम उठाने तथा पूरी तैयारी सुनिश्चित करने को कहा है.

केरल के कन्नूर जिले में 18 जुलाई को मंकीपॉक्स का दूसरा मामला सामने आया था. यह व्यक्ति संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में इस संक्रमण से प्रभावित एक व्यक्ति के संपर्क में आया था. केरल में मंकीपॉक्स का मामला सामने के बाद कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आयुक्त ने सतर्कता बढ़ाए जाने संबंधी परिपत्र जारी किया.

परिपत्र में कहा गया है कि राज्य के प्रवेश बिंदुओं पर सभी संदिग्ध मामलों की जांच की जाए और यदि मंकीपॉक्स के किसी मामले की पुष्टि होती है तो संबंधित व्यक्ति को कम से कम 21 दिन और संक्रमण के लक्षणों से पूरी तरह से उबर जाने तक पृथकवास में रखा जाए.

इसमें कहा गया है कि लोगों को मंकीपॉक्स से बचने के तरीकों के बारे में जागरुक किया जाना चाहिए और मामलों का शीघ्र पता लगाने की कोशिश की जानी चाहिए.


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