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पराली जलाने के मामले बढ़ने से दिल्ली में वायु गुणवत्ता के ‘खराब’ श्रेणी में जाने की संभावना

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में मंगलवार को औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 139 दर्ज किया गया. सोमवार को यह 82 और रविवार को 160 था.

पंजाब में धान के खेत में जलाई जा रही पुआल | नयनिका चटर्जी / दिप्रिंट

नई दिल्ली: हिमालय से उठने वाली सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं की वजह से दिल्ली में अगले हफ्ते तक तापमान के 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने में इज़ाफ़ा होने की वजह से दिल्ली में वायु गुणवत्ता बुधवार को ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच सकती है.

आईएमडी ने कहा कि सफ़दरजंग वेशधाला में बुधवार सुबह न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं, अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना थी.

मंगलवार को शहर में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम है. आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक़ एक नवंबर तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता बुधवार को ‘खराब’ श्रेणी में और पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी होने के कारण अगले पांच दिनों में ‘बेहद खराब श्रेणी में’ पहुंच सकती है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में मंगलवार को औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 139 दर्ज किया गया. सोमवार को यह 82 और रविवार को 160 था.

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ज़ाहिर है कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की पूर्वानुमान एजेंसी सफर के अनुसार अगले तीन दिनों में उत्तर भारत में ड्राई मौसम की वजह से पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी का अनुमान है और पीएम 2.5 प्रदूषण स्तर बढ़ने की आशंका है. सफर के अनुसार बुधवार को पराली जलने से निकले धुएं की हिस्सेदारी बुधवार को दिल्ली में बढ़कर 20 फीसदी तक हो सकती है.


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