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मोटर वाहन कानून जैसे नियमों की सख़्त जरूरत और सभी राज्यों को इसका पालन करना चाहिए

दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नज़रिया.

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दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज़ नज़रिया.

गुजरात, ओडिसा और तमिलनाडू हाल ही में बने मज़बूत मोटर वाहन कानून से बचने की कोशिश कर रहे हैं और उसे कमज़ोर करने की भी कोशिश कर रहे हैं. दूसरे राज्य भी इन राज्यों की देखा-देखी कर रहे हैं. ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर कटने वाला चालान भले ही डरावना लगता हो लेकिन भारत में ऐसे नियमों की जरूरत है. क्योंकि पूरे विश्व में होने वाले सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा भारत में ही होते हैं.

जगन की चंद्रबाबू नायडू पर कार्रवाई न केवल राजनीतिक असहिष्णुता है, बल्कि उनकी सोच में इच्छा शक्ति की कमी है

टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे को नज़रबंद करना, रैली को रोकना और उनकी सुरक्षा को हटाने के साथ अमरावती शहर की परियोजना पर रोक लगाना बेहद दुखद है. आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी की शासन शैली में न केवल राजनीतिक असहिष्णुता और अधिनायकवाद की पुनरावृत्ति है, बल्कि उनमें इच्छा शक्ति का भी अभाव है.

निर्मला सीतारमण का मिलेनियल्स के कार खरीदने का आकलन बेहद भ्रामक है

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऑटो सेक्टर की बिक्री में आयी कमी पर स्पष्टीकरण दिया था कि मिलेनियल्स ईएमआई से डरते हैं और वे उबर और ओला का प्रयोग करते हैं. यह विशुद्ध कुतर्क है. सभी लोगों की तरह मिलेनियल्स को भी अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियां, सस्ते कर्ज, अच्छी सड़कें और समृद्ध होने के लिए बढ़ती अर्थव्यवस्था की ज़रूरत है. अगर ऐसा होता है तो वे खुद ही कार खरीदने के काबिल हो जायेंगे.

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