पंजाब छिटपुट घटनाओं का शिकार है लेकिन पुलिस खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से किया गया हमला अभूतपूर्व है. संदिग्ध 1993 तक बुझाई गई पंजाब की आग को फिर से सुलगाना चाहते हैं. यह जरूरी है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इसका काउंटर करें. बदकिस्मती से इसकी बजाए वो दोनों आपस में लड़ रहे हैं.
पंजाब को संदिग्धों को फिर से आग नहीं सुलगाने देना चाहिए. राज्य और केंद्र को मिलकर काम करना चाहिए
दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज नजरिया.