देश के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों में गिने जाने वाले आईआईटी और आईआईएससी का वैश्विक रैंकिंग में नीचे आना चिंताजनक है. ये संस्थान शैक्षिक व्यवस्था का गौरव हैं. सिर्फ रैंकिंग प्रक्रिया में दोष ढूंढने की बजाए उन्हें बदलाव लाकर प्रतिस्पर्धा करनी होगी. वे इसे अपनी प्रतिष्ठा मानते हैं.
आईआईटी और आईआईएससी को प्रतिस्पर्धा करनी होगी बजाए इसके कि वे रैंकिंग प्रक्रिया में खामी निकाले
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