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यूक्रेन युद्ध के प्रभावों से निपटने के लिए सलाह-मशविरा जारी रखेंगे अमेरिका और भारत: बाइडन

वाशिंगटन, 11 अप्रैल (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ सोमवार को डिजिटल बैठक में कहा कि यूक्रेन में रूस के युद्ध के “अस्थिर करने वाले प्रभावों” से निपटने के लिए अमेरिका और भारत सलाह-मशविरा करना जारी रखेंगे।

मोदी ने संकट के समाधान के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके यूक्रेनी समकक्ष वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच सीधी वार्ता की जरूरत को रेखांकित किया।

मोदी ने अपनी शुरुआती टिप्पणियों में बूचा शहर में निर्दोष नागरिकों की हत्या की हालिया खबरों को ‘‘बहुत चिंताजनक’’ बताया और कहा कि भारत ने तुरंत इसकी निंदा की तथा निष्पक्ष जांच की मांग की।

प्रधानमंत्री ने यूक्रेन और रूस दोनों के राष्ट्रपतियों के साथ फोन पर हुई बातचीत का जिक्र किया। मोदी ने कहा, ‘‘मैंने सुझाव दिया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत करें।’’

अमेरिका के साथ संबंधों पर मोदी ने कहा, ‘‘दुनिया के दो सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्रों के रूप में, हम स्वाभाविक भागीदार हैं।’’ साथ ही, उन्होंने कहा, ‘‘हमारी आज की बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन में हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं।’’

बाइडन ने यूक्रेन के लोगों के लिए भारत के मानवीय समर्थन का स्वागत किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका और भारत रूसी युद्ध के प्रभावों को कैसे स्थिर किया जाए, इस पर गहन विचार-विमर्श जारी रखेंगे। उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और बढ़ती रक्षा साझेदारी का भी जिक्र किया।

मोदी ने कहा, ‘‘आज हमारी बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन में हालात बहुत चिंताजनक बने हुए हैं। कुछ सप्ताह पहले तक 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए थे। इनमें अधिकतर युवा छात्र थे।’’

प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की दुखद मृत्यु का भी उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, ‘‘कड़े परिश्रम के बाद हम उन्हें वहां से सुरक्षित ला सके। हालांकि एक छात्र की जान चली गयी। इस घटनाक्रम में मैंने यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपतियों से कई बार फोन पर बात की।’’

मोदी ने कहा, ‘‘मैंने न केवल शांति के लिए अपील की, बल्कि राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत का भी सुझाव दिया। हमारी संसद में भी यूक्रेन की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई है।’’

मोदी-बाइडन की बैठक वाशिंगटन में चौथे भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ संवाद से पहले हुई, जिसका नेतृत्व भारत की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा उनके अमेरिकी समकक्ष रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन करेंगे।

मोदी और बाइडन की वार्ता के दौरान सिंह, जयशंकर, ऑस्टिन और ब्लिंकन व्हाइट हाउस में थे।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने अनेक क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया। इन विषयों में कोविड-19 महामारी, वैश्विक अर्थव्यवस्था का उबरना, जलवायु संबंधी कार्रवाई, दक्षिण एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हालिया घटनाक्रम और यूक्रेन की स्थिति शामिल रहे।’’

बयान में कहा गया कि मोदी और बाइडन ने हाल के वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों में हुई अहम प्रगति की भी समीक्षा की।

पीएमओ के मुताबिक, ‘‘दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत-अमेरिका समग्र वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने से दोनों देशों को जबरदस्त लाभ होगा और इससे वैश्विक शांति, समृद्धि तथा स्थिरता में भी मदद मिलेगी।’’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने आखिरी बार मार्च में डिजिटल तरीके से बैठक के दौरान मोदी और क्वाड के अन्य नेताओं से बात की थी। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक यूक्रेन संकट पर भारत के रुख के साथ-साथ रूस से रियायती तेल की खरीद के फैसले पर वाशिंगटन में बढ़ी बेचैनी के बीच हुई है।

दोनों देशों के बीच गठजोड़ को और गहरा करने के उद्देश्य से आयोजित की गई बैठक में बाइडन ने शुरुआती संबोधन में कहा, “मैं आज होने वाली चर्चा का इंतजार कर रहा हूं। प्रधानमंत्री (मोदी) जी, हमारा संवाद और बातचीत जारी रखना यह सुनिश्चित करेगा कि अमेरिका और भारत के रिश्ते और गहरे तथा मजबूत हों।”

यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब यूक्रेन में संकट और गहरा गया है तथा रविवार को व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति बाइडन “यूक्रेन के विरुद्ध रूस के बर्बर युद्ध के नतीजों और उसके वैश्विक खाद्य आपूर्ति तथा बाजार पर पड़ने वाले अस्थिरकारी प्रभावों पर करीब से सलाह मशविरा जारी रखेंगे।”

बाइडन ने कहा, “मैं यूक्रेन के लोगों के लिए भारत द्वारा भेजी जा रही मानवीय सहायता का स्वागत करता हूं। यूक्रेन के लोग भयानक हमला झेल रहे हैं और पिछले सप्ताह एक ट्रेन स्टेशन पर गोलाबारी हुई जिसमें दर्जनों निर्दोष बच्चे और महिलाएं मारी गई।”

भारत और अमेरिका को दो “जीवंत लोकतंत्र” करार देते हुए बाइडन ने कहा, “कोविड-19 पर जिन वैश्विक चुनौतियों का हम सामना कर रहे हैं उन पर हमारी चिंताएं समान हैं। हमें स्वास्थ्य सुरक्षा को उन्नत करना है और जलवायु संकट का समाधान करना है। हमारे बीच एक मजबूत और उभरती हुई रक्षा साझेदारी है।’

बाइडन ने मोदी से कहा कि वह 24 मई को जापान में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में उनसे मुलाकात करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

भाषा वैभव देवेंद्र

देवेंद्र

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