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श्रीलंका : पियरिस ने अमेरिकी राजदूत को संविधान में प्रस्तावित 21वें संशोधन के बारे में जानकारी दी

कोलंबो, 30 मई (भाषा) श्रीलंका के विदेश मंत्री जीएल पियरिस ने अमेरिका की राजदूत जूली चुंग को संविधान में प्रस्तावित 21वें संशोधन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने चुंग के साथ द्विपक्षीय संबंधों के अलावा श्रीलंका को सबसे बुरे आर्थिक संकट से उबारने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा दी जा रही सहायता पर व्यापक चर्चा भी की। मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई है।

संविधान में 21वें संशोधन के बाद संशोधन 20ए निरस्त हो जाएगा। इससे पहले, 19वां संशोधन रद्द करके 20ए पारित किया गया था, जिसके बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को असीम शक्तियां मिल गई थीं। अब यदि 21वां संशोधन पारित होता है तो संसद को देश चलाने के लिए ज्यादा शक्तियां मिल जाएंगी।

आर्थिक व राजनीतिक मामलों के समाचार पोर्टल ‘इकॉनोमी नेक्स्ट’ ने रविवार को पियरिस और चुंग की मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान का हवाला देते हुए कहा, ”विदेश मंत्री ने श्रीलंका में आर्थिक चुनौतियों को कम करने के लिए अमेरिका और अन्य देशों से द्विपक्षीय व बहुपक्षीय माध्यमों से निरंतर समर्थन देने की अपील की।”

पोर्टल के मुताबिक, पियरिस ने अमेरिकी राजदूत को संविधान में 21वें संशोधन के मसौदे के संबंध में विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ हुई चर्चा के बारे में भी जानकारी दी।

प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि संसद द्वारा अनुमोदित 21वें संशोधन से श्रीलंका को कई तरह से मदद मिलेगी।

उन्होंने मौद्रिक शक्तियों के इस्तेमाल के संबंध में संसद को अधिक अधिकार देने के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया था।

पोर्टल के अनुसार, पियरिस ने संकट के इस दौर में श्रीलंका को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिल रही सद्भावना और मदद की सराहनी की। जवाब में अमेरिकी राजदूत ने अमेरिका को श्रीलंका का मित्र देश बताते हुए कहा कि वाशिंगटन इस मुश्किल दौर में कोलंबो की मदद करना जारी रखेगा।

भाषा जोहेब पारुल

पारुल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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