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राजनाथ सिंह ने अमेरिकी दिग्गज कंपनियों बोइंग और रेथियॉन के अधिकारियों से मुलाकात की

(वि11 आमुख में सुधार के साथ रिपीट)

वाशिंगटन, 11 अप्रैल (भाषा) भारत के के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी विमानन क्षेत्र एवं रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों बोइंग और रेथियॉन के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे ‘मेक इन इंडिया’ से ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ की ओर निरंतर अग्रसर भारत की नीतिगत पहलों का लाभ उठाने को कहा।

सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सोमवार को वाशिंगटन में भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में भाग लेने के लिए रविवार को अमेरिकी राजधानी पहुंचे। यह अमेरिका के बाइडन प्रशासन के कार्यकाल में पहली ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता है।

रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वाशिंगटन डीसी पहुंचने के बाद अमेरिकी विमानन क्षेत्र एवं रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों बोइंग और रेथियॉन (के अधिकारियों) से मुलाकात की। उन्होंने कंपनियों से ‘मेक इन इंडिया’ (भारत में निर्मित) से ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ (दुनिया के लिए निर्माण) की ओर लगातार अग्रसर भारत में नीतिगत पहलों का लाभ उठाने का आह्वान किया।’’

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन सोमवार को ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय बैठक में जयशंकर और सिंह की मेजबानी करेंगे।

यह ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता यूक्रेन संकट के साये में आयोजित हो रही है और यह दोनों सरकारों द्वारा इस द्विपक्षीय संबंध को दिये जाने वाले महत्व को प्रतिबिंबित करती है।

अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार को व्हाइट हाउस से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डिजिटल बैठक करेंगे और ऐसा करके उन्होंने ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के स्तर को बढ़ाने का संकेत दिया है।

दो भारतीय मंत्री- राजनाथ सिंह और एस जयशंकर- का अपने अमेरिकी समकक्षों- लॉयड ऑस्टिन और एंटनी ब्लिंकन- के साथ व्हाइट हाउस से डिजिटल बैठक में शामिल होना निर्धारित है।

संबंधित प्रतिनिधिमंडलों के साथ ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय बैठक सोमवार को दोपहर में विदेश मंत्रालय के कार्यालय में होगी।

विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह वार्ता रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से भारत-अमेरिका को विदेश नीति, रक्षा और सुरक्षा संबंधी द्विपक्षीय एजेंडे के आपसी मुद्दों की व्यापक समीक्षा करने में सक्षम बनाएगी, जिससे दोनों पक्षों के संबंध और अधिक मजबूत होंगे।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘टू प्लस टू वार्ता अहम क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रमों और आपसी हित एवं चिंता के मामलों से निपटने के लिए मिलकर काम करने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का भी अवसर मुहैया कराएगी।’’

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता दोनों देशों के साझा उद्देश्यों को अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी के दायरे में आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

उसने बैठक की महत्ता पर कहा था कि यह अमेरिका और भारत के बीच बढ़ती प्रमुख रक्षा साझेदारी को उजागर करने का भी एक मौका है।

भाषा सिम्मी मनीषा

मनीषा

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