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अमेरिका सम्मान दिखाए, नियमों का पालन करे तभी दोनों देशों में होगी बातचीतः ईरान

ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने को तेहरान अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए इसकी निंदा करता रहा है.

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ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी, फाइल फोटो | सोशल मीडिया

तेहरान: ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने संकेत दिया है कि अगर अमेरिका सम्मान दर्शाता है और अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करता है, तो ईरान वार्ता करने के लिए सहमत हो सकता है, लेकिन कहा कि तेहरान जबरन वार्ता के लिए तैयार नहीं होगा.

ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने को तेहरान अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए इसकी निंदा करता रहा है और साथ ही उसने अमेरिका द्वारा उस पर प्रतिबंध लगाए जाने की भी निंदा करते हुए इसे इस्लामिक गणतंत्र को नए समझौते के लिए मजबूर करने की अमेरिका की कोशिश करार दिया है.

ईरानी समाचार एजेंसी द फार्स के मुताबिक, रूहानी ने शनिवार को कहा, ‘अगर दूसरा पक्ष बातचीत की मेज पर सम्मान दर्शाता है और अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करता है तो हम (दूसरे पक्ष से) तर्कसंगत बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर बातचीत का आदेश जारी किया जाता तो हमें यह स्वीकार नहीं है.’


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अमेरिका के साथ वार्ता से किया था इन्कार

वहीं इससे पहले ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने विवादित मुद्दों पर अमेरिकी सरकार के साथ किसी तरह की बातचीत करने से इनकार किया था.

ईरानी समाचार एजेंसी तस्नीम के हवाले से समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट दी थी, ईरानी नेता ने कहा कि अमेरिका ईरान से उसकी क्षेत्रीय रणनीति पर बात करने का आग्रह करने के साथ उसके रक्षात्मक हथियारों के संबंध में और उसकी मिसाइलों की रेंज को कम करने को लेकर ईरान से बात करना चाहता है.

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खामनेई ने कहा था कि इसलिए (इन मुद्दों पर) वार्ता मूल रूप से गलत है. उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘अमेरिका के साथ बातचीत, खासतौर पर मौजूदा अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत करना नुकसानदायक होगा.’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल मई में ईरान के ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था और अब फिर से ईरान के खिलाफ कई प्रतिबंध लगा दिए हैं.

अमेरिका ईरान के साथ एक नया परमाणु समझौता चाहता है जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाए और इसके बैलिस्टिक मिसाइल निर्माण को रोके. खामेनेई ने कहा था, ‘हमारा कोई भी बुद्धिमान व्यक्ति (ईरान के अंदर) अमेरिका के साथ वार्ता नहीं चाहता.’ दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव और इसके चलते दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच सशस्त्र संघर्ष से जुड़ी आशंकाओं के बीच ईरानी नेता ने अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध की संभावना से इंकार किया है.

(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)

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