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भारत में जन्मीं लेखिका नंदनी दास ने 2023 का ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज जीता

ब्रिटिश अकादमी बुक पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2013 में गैर-गल्प साहित्य के क्षेत्र में सर्वोत्तम कार्य को पुरस्कृत करने के लिए की गई थी और इसे पूर्व में नायेफ अल-रोडेन पुरस्कार के नाम से जाना जाता था.

लेखिका नंदनी दास/ @rentravailer

लंदन: भारत में जंमी लेखिका नंदिनी दास को उनकी पुस्तक ‘कोर्टिंग इंडिया: इंग्लैंड, मुगल इंडिया एंड द ओरिजिन्स ऑफ एम्पायर’ को लेकर ग्लोबल कल्चरल अंडरस्टैंडिंग के लिए 2023 ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज पुरस्कार का विजेता नामित किया गया है. यह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गैर-गल्प पुरस्कार है जिसमें इनाम के तौर पर 25,000 पाउंड की राशि दी जाती है.

ब्रिटेन स्थित लेखिका का नाम मंगलवार शाम को लंदन में ब्रिटिश अकादमी के एक समारोह में विजेता के रूप में घोषित किया गया. दास की यह किताब, ‘मुगल दरबारों में इंग्लैंड के पहले राजनयिक अभियान के माध्यम से बताई गई ब्रिटेन और भारत की सच्ची मूल कहानी’ का वर्णन करती है.

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत दास (49) ने 17वीं शताब्दी में भारत में इंग्लैंड के पहले राजदूत सर थॉमस रो के आगमन की कहानी के माध्यम से साम्राज्य की उत्पत्ति पर एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करने की कोशिश की है.

जूरी प्रमुख प्रोफेसर चार्ल्स ट्रिप ने कहा,”भारत और ब्रिटेन की राजनीतिक हस्तियों, अधिकारियों और व्यापारियों के समकालीन स्त्रोतों का उपयोग कर उन्होंने कहानी को एक अद्वितीय तात्कालिकता दी है जो इस दौरान हुई शुरुआती गलतफहमियों को जीवंत कर देती है.”

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ब्रिटिश अकादमी बुक पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2013 में गैर-गल्प साहित्य के क्षेत्र में सर्वोत्तम कार्य को पुरस्कृत करने के लिए की गई थी और इसे पूर्व में नायेफ अल-रोडेन पुरस्कार के नाम से जाना जाता था.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.


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