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भारत और दिल्ली में कनाडा के दूत ने टोरंटो में हिंदू मंदिर पर ‘ख़ालिस्तान ज़िंदाबाद’ उकेरने की निंदा की

टोरंटो में कनाडा के सबसे बड़े मंदिरों में से एक BAPS स्वामीनारायण मंदिर के दरवाज़ों पर, स्प्रे पेंट के ज़रिए ‘ख़ालिस्तान ज़िंदाबाद’ और ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ लिख दिया गया था.

उस मंदिर की फाइल फोटो | ट्विटर | @BAPS

नई दिल्ली: न्यूयॉर्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ दो बार तोड़-फोड़ किए जाने के एक महीने के बाद, बृहस्पतिवार को कुछ वीडियोज़ सामने आईं जिनमें कनाडा के एक हिंदू मंदिर को भारत-विरोधी ग्राफिती (भित्त चित्र) से विकृत किया हुआ दिखाया गया है.

घृणा अपराध के तौर पर देखी जा रही इस घटना में टोरंटो के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के दरवाज़ों पर, जिसे कनाडा के सबसे बड़े मंदिरों में शुमार किया जाता है, स्प्रे पेंट के ज़रिए ‘ख़ालिस्तान ज़िंदाबाद’ और ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ लिख दिया गया था.

भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैकेय, तथा कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने घटना की निंदा करने में देर नहीं लगाई.

मैकेय ने कहा, ‘मैं अन्य कनाडा वासियों के साथ मिलकर टोरंटो के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में गुंडागीरी के इस काम की निंदा करता हूं. कनाडा में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है, और सभी उपासना स्थलों का सम्मान किया जाना चाहिए’.

इस बीच, कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त ने स्थानीय अधिकारियों से घटना की जांच करने, और अपराधियों के खिलाफ फौरन कार्रवाई करने का आग्रह किया है.

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बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर ने भी बृहस्पतिवार को एक बयान जारी करके शांति की अपील की, और अज्ञात अपराधियों को ‘असामाजिक तत्व’ क़रार दिया.

मंदिर की वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा गया, ‘कनाडा के टोरंटो में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के दरवाज़ों पर भारत-विरोधी ग्राफिती से हम हैरान और दुखी हैं’.

अभी स्पष्ट नहीं है कि स्थानीय स्तर पर मामले की जांच शुरू हो गई है या नहीं.

इस घटना से एक महीना पहले ही, छह व्यक्तियों ने न्यूयॉर्क में क्वींस में स्थित एक मंदिर के बाहर, महात्मा गांधी की हाथ से बनी एक प्रतिमा को हथौड़े की सहायता से तोड़ दिया था. क्वींस में मंदिर के पास की सड़क पर भी, जहां वो घटना पेश आई, अश्लील शब्द स्प्रे कर दिए गए थे.

उसी प्रतिमा के साथ दो सप्ताह पहले 3 अगस्त को भी तोड़-फोड़ की गई थी, जिससे देशभर में बढ़ते घृणा अपराधों पर पूरे समुदाय में नाराज़गी की लहर दौड़ गई थी.

US, कनाडा में तोड़फोड़ के कई मामले

हाल के वर्षों में पूरे अमेरिका और कनाडा में, ख़ासकर महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के साथ तोड़फोड़ के कई मामले देखने में आए हैं.

जुलाई में, कनाडा में रिचमंड हिल के एक हिंदू मंदिर में, महात्मा गांधी की एक प्रतिमा पर स्प्रे-पेंट से ‘खालिस्तान’ और ‘बलात्कारी’ शब्द लिख दिए गए थे.

इसी साल फरवरी में, मैनहटन के यूनियन स्क्वॉयर पर लगी गांधी की एक 8 फुट ऊंची प्रतिमा को बिगाड़ दिया गया. दिसंबर 2020 में, खालिस्तान-समर्थकों ने वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर लगी गांधी की प्रतिमा को अपवित्र कर दिया था.

जनवरी 2019 में, अमेरिका के कैंटकी में स्वामीनारायण मंदिर के भीतर देवी की एक प्रतिमा पर काला रंग स्प्रे कर दिया और मंदिर की दीवारों को अश्लील संदेशों से गंदा कर दिया गया.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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