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‘चीनी लोगों की खांसी से बचें’- कोरोना वायरस ने दुनियाभर में एशियाई लोगों के खिलाफ नस्लवाद को बढ़ाया

भारतीय ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने भी चीनी लोगों पर भी निशाना साधा और उन्हें प्रकोप से बचाने के लिए कुत्तों, चमगादड़ों और सांपों को खाने से रोकने के लिए कहा.

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शंघाई रेलवे स्टेशन के बाहर मास्क लगाए हुए लोग, फाइल फोटो/एएनआई

नई दिल्ली: खतरनाक कोरोना वायरस से अब तक चीन में 425 लोगों की जान जा चुकी है. इसकी वजह से पूरी दुनिया में डर और चिंता का माहौल है लेकिन इसने एशियाई लोगों के खिलाफ नस्लवाद को भी बढ़ावा दिया है.

एशियाई लोग ट्विटर पर लिख रहे हैं कि ‘चीनी लोगों की खांसी’ से कैसे बचें और वे ‘वास्तविक कोरोना वायरस का मुकाबला करने की तुलना में नस्लवाद के बारे में ज्यादा चिंतित हैं.’

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कनाडा में, एक महिला ने बताया कि कैसे उसके बच्चे (जो मूल रूप से चीनी नहीं है) को स्कूल में उन छात्रों द्वारा परेशान किया गया था जो चाहते थे कि वह कोरोनो वायरस के लिए ‘परीक्षण’ कराएं.

फ्रांस में एशियाई लोगों ने भी नस्लवाद की शिकायत की

फ्रांसीसी एशियाई लोगों ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक परिवहन और नस्लवादी व्यवहार की शिकायत की. उन्होंने अपना #JeNeSuisPasUnVirus (मैं वायरस नहीं हूं) के साथ असंतोष व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया.

फ्रांसीसी समाचार पत्र ले कुरियर पिकार्ड द्वारा भड़काऊ सुर्खियों का उपयोग करने के बाद एक आक्रोश दिखा. एक चीनी महिला की फोटो के साथ (येलो अलर्ट) और (येलो पेरिल) लिखा था.

‘येलो पेरिल’ एक नस्लवादी रंग-रूपक है जिसका मतलब है कि पूर्वी एशिया के लोग पश्चिमी दुनिया के लिए एक संभावित खतरा हैं.

परेशानी महसूस होने के बाद अखबार ने बाद में माफी मांग ली थी.

कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले को भी उस समय बैकलैश का सामना करना पड़ा जब एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उसने ‘सामान्य प्रतिक्रियाओं’ में से एक के रूप में ज़ेनोफोबिया को सूचीबद्ध किया. छात्रों को कोरोना वायरस के प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है. विश्वविद्यालय ने बाद में पोस्ट को हटा दिया.

भारतीय ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने भी चीनी लोगों पर भी निशाना साधा और उन्हें प्रकोप से बचाने के लिए कुत्तों, चमगादड़ों और सांपों को खाने से रोकने के लिए कहा.

https://twitter.com/Kabeerisgod/status/1223827559143489536?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1223827559143489536&ref_url=https%3A%2F%2Ftheprint.in%2Fworld%2Favoid-chinese-people-with-a-cough-coronavirus-fuels-racism-against-asians-worldwide%2F359407%2F

विश्व स्वास्थ्य संगठन के यह कहने के बावजूद कि वह इस प्रकोप के मद्देनज़र यात्रा प्रतिबंधों की सिफारिश नहीं करता है, 22 देशों ने अब चीन से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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