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‘युवाओं में लघु भारत दिखता हैं’, वल्लभभाई पटेल की जयंती पर PM मोदी बोले- दुनिया हमारी सराहना कर रही है

पीएम ने कहा कि अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है. हम विकास भी कर रहे हैं और अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं.

गुजरात के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी | एक्स, @BJPLive

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर मंगलवार के कहा कि आने वाले 25 साल भारत के लिए इस शताब्दी के सबसे महत्वपूर्ण 25 साल हैं. इन 25 वर्षों में हमें समृद्ध बनना है और विकसित बनना है.

पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया भारत की सराहना कर रही है. हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर गर्व है. हमें गर्व है कि जब दुनिया युद्ध और अन्य संकटों का सामना कर रही है, तब भी हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं. हम जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने वाले हैं.”

गुजरात के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “आप सभी युवाओं का जांबाजों का ये उत्साह राष्ट्रीय एकता दिवस की बहुत बड़ी ताकत है. एक तरह से मेरे सामने लघु भारत का स्वरूप दिख रहा है. राज्य अलग है, भाषा अलग है, परंपरा अलग है, लेकिन यहां मौजूद हर व्यक्ति एकता की मजबूत डोर से जुड़ा हुआ है.”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की और पटेल की जयंती पर एकता की शपथ ली.

पीएम ने कहा कि अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है. हम विकास भी कर रहे हैं और अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं.

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उन्होंने अपना संबोधन में आगे कहा कि भारत ने अपनी नौसेना के ध्वज पर लगे गुलामी के निशान को हटा दिया है. गुलामी के दौर में बनाए गए गैर जरूरी कानूनों को भी हटाया जा रहा है. IPC की जगह भी भारतीय न्याय संहिता लाई जा रही है. इंडिया गेट पर जहां कभी विदेशी सत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा थी, वहां अब नेताजी सुभाष की प्रतिमा हमें प्रेरणा दे रही है.

राष्ट्रीयता के संचार का पर्व

प्रधानमंत्री की उपस्थिति में गुजरात के एकता नगर में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड के दौरान चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया गया साथ ही सीआरपीएफ की महिला बाइकर्स ने अद्भुत प्रदर्शन किया.

पीएम मोदी ने एकता दिवस की बात करते हुए कहा कि “जैसे 15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता के उत्सव का, 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिवस है, उसी तरह 31 अक्टूबर का ये दिन देश के कोने-कोने में राष्ट्रीयता के संचार का पर्व बन गया है.”

उन्होंने कहा कि G20 में भारत के सामर्थ्य को देखकर दुनिया हैरान हो गई है, हमें गर्व है कि हम विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की साख को नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं. भारत के बीते कई दशक साक्षी हैं कि तुष्टिकरण करने वालों को आतंकवाद, उसकी भयानकता, विकरालता कभी दिखाई नहीं देती.

प्रधानमंत्री ने कहा, आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है, आज हमारा देश उपलब्धियों के नए शिखर पर है.


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