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उद्धव ठाकरे ने ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के कारण एकनाथ शिंदे को शिवसेना से निकाला

पत्र में उद्धव ठाकरे ने लिखा, 'शिवसेना के पक्ष प्रमुख के तौर पर जो शक्तियां मुझे हैं, उसके तहत मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं.'

उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे | एएनआई

नई दिल्ली: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के बागी नेता और महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकाल दिया है.

ठाकरे ने एक चिट्ठी जारी कर कहा कि वे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे जिस वजह से खुद ही उनकी शिवसेना की सदस्यता चली गई.

पत्र में उद्धव ठाकरे ने लिखा, ‘शिवसेना के पक्ष प्रमुख के तौर पर जो शक्तियां मुझे हैं, उसके तहत मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं.’

ठाकरे का ये फैसला एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद आया है. शिंदे ने शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र में नई सरकार बनाई है.

महाराष्ट्र में काफी दिनों तक चले सियासी उठापटक के बीच कुछ दिनों पहले उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के दौरान मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी सरकार (एमवीए) चल रही थी जिसमें कांग्रेस और एनसीपी भी शामिल थी.

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एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ लेने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि वे एमवीए सरकार में काम नहीं कर पा रहे थे. साथ ही भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि उद्धव ठाकरे ने उन लोगों के साथ मिलकर सरकार बनाई जिनके खिलाफ बाला साहेब ठाकरे हमेशा रहे थे.

बता दें कि एकनाथ शिंदे को 4 जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत साबित करना है. इसके लिए महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र 3 और 4 जुलाई को बुलाया गया है.


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