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शरद पवार नहीं बनेंगे राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का चेहरा- येचुरी बोले, ममता बनर्जी भी मिलने पहुंची

ममता ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त रणनीति तैयार करने के मकसद से बनर्जी ने 15 जून को बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं से शामिल होने का आग्रह किया है. उन्होंने विपक्षी दलों के 22 नेताओं और मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखा था.

शरद पवार से मिलीं ममता बनर्जी

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गैर भाजपा दलों की बैठक के लिए मंगलवार को दिल्ली पहुंची.

दिल्ली पहुंचते ही ममता सबसे पहले राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. अभी यह सामने नहीं आया है कि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई है लेकिन इससे पहले वामपंथी नेताओं ने भी पवार से मुलाकात की थी. दोनों की नेताओं ने शरद पवार से विपक्षी दलों का संयुक्त उम्मीदवार बनने का अनुरोध किया.

ममता ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त रणनीति तैयार करने के मकसद से बनर्जी ने 15 जून को बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं से शामिल होने का आग्रह किया है. इसे लेकर उन्होंने पिछले हफ्ते विपक्षी दलों के 22 नेताओं और मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखा था.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव ने सीताराम येचुरी ने कहा कि एनसीपी चीफ शरद पवार ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है.

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येचुरी ने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि पवार राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का चेहरा नहीं होंगे, अन्य नामों पर विचार किया जा रहा है.’

विपक्षी सूत्रों ने कहा कि पवार एक ऐसा मुकाबला लड़ने के इच्छुक नहीं थे, जिसमें उनके राजनीतिक जीवन में इस समय हारना तय है.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता पवार ने येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा और राकांपा नेताओं प्रफुल्ल पटेल और पी. सी. चाको से दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें चुनाव नहीं लड़ने संबंधी अपने फैसले से अवगत कराया.

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व 15 जून को होने वाली बैठक में शामिल नहीं होगा.

बैठक में माकपा का प्रतिनिधित्व राज्यसभा में पार्टी के नेता ई. करीम करेंगे. दोनों वाम दलों ने इस तरह की बैठक बुलाने के बनर्जी के ‘एकतरफा’ फैसले पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है.

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने 15 जून को राष्ट्रीय राजधानी के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में बैठक बुलाई है, जिसमें राष्ट्रपति चुनाव के लिये आम सहमति से विपक्षी उम्मीदवार को उतारने पर चर्चा की जाएगी.

भारत के नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा, जबकि मतगणना 21 जुलाई को होगी.

सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में कांग्रेस के शामिल होने की संभावना है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला इस बैठक में पार्टी की ओर से शामिल हो सकते हैं.

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा आहूत यह बैठक दिल्ली स्थित कंस्टीट्यूशनल क्लब में होगी.


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22 नेता बैठक में रहेंगे मौजूद 

तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि यह बैठक सफल रहेगी. एक वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि सभी 22 नेता बैठक में मौजूद रहेंगे.

वह विपक्षी दलों के कुछ नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं, लेकिन अभी कुछ तय नहीं है.

ममता ने जिन 22 नेताओं को पत्र लिखा है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी शामिल हैं.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)


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