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राजस्थान में दोपहर 1.30 बजे तक 40.27 प्रतिशत मतदान, कांग्रेस नेता बोले- देश में कांग्रेस के प्रति उत्साह है

राजस्थान के केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने परिवार के साथ जोधपुर में वोट डाला. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी अपना वोट डाला.

प्रतीकात्मक तस्वीर/पीटीआई

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने शनिवार को बताया कि राजस्थान में 199 विधानसभा क्षेत्रों के लिए दोपहर 1.30 बजे तक 40.27 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा सहित प्रमुख राजनीतिक दलों के कई दिनों के व्यस्त प्रचार अभियान के बाद मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ.

राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “पूरे प्रदेश में कांग्रेस के प्रति बहुत ही उत्साह है. लोग खुशी से वोट कर रहे हैं. कांग्रेस ने जिस तरह का काम किया है और पार्टी ने जो गारंटी दी है, उससे भारी उत्साह है. कोविड के दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गये प्रबंधन से लोगों में सरकार के प्रति सकारात्मक सोच बनी हुई है. कांग्रेस सरकार बहुत अच्छे बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी.”

राजस्थान की 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान शुरू होने के साथ ही हनुमानगढ़ जिले के बूथ संख्या 63 पर ईवीएम की खराबी के कारण मतदान से पहले किया गया मॉक पोल विफल हो गया.

हनुमानगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट कुलदीप शर्मा ने कहा कि 20 मिनट की देरी के बाद मॉक पोल आयोजित किया गया.
उन्होंने कहा, “मॉक पोल सुबह 6 बजे होने वाला था. जोनल अधिकारी मौके पर पहुंचे और ईवीएम की मरम्मत की. लगभग 20 मिनट की देरी के बाद मॉक पोल आयोजित किया गया. अब ईवीएम की मरम्मत कर दी गई है.”

199 सीटों के लिए मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और मतदाता शाम 6 बजे तक वोट डाल सकते हैं.

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राजस्थान के केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने परिवार के साथ जोधपुर में वोट डाला. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी अपना वोट डाला.

शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. सत्तारूढ़ कांग्रेस एक और कार्यकाल पर नजर गड़ाए हुए है, जबकि भाजपा अशोक गहलोत सरकार को बदलने की कोशिश कर रही है, पार्टी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर भरोसा है.

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, “मैं उम्मीद कर रहा हूं कि जनता अच्छा निर्णय लेगी…मुझे लगता है कि जनता चाहती है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार दोबारा बने और बीजेपी का जो पिछले 5 सालों में प्रदर्शन रहा है जनता ने ये देखा है… हमारी पार्टी का विजन वो लोग देख रहे हैं. बीजेपी यहां विपक्ष पार्टी की भूमिका निभाने में नाकायम रही है. मझे पूरा विश्वास है कि हम भारी बहुमत के साथ यहां सरकार बना पाएंगे.”

मैदान में प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़, विश्वराज सिंह मेवाड़, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ शामिल हैं.

अभी भी दोनों पार्टियों के करीब 45 बागी उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें विधायक, पूर्व विधायक और पार्टी पदाधिकारी भी शामिल हैं.

वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है और दोनों पार्टियां चुनावी वादों के मामले में एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही हैं.

छोटे दलों की भूमिका भी अहम है. राज्य में बसपा ने सीटें जीती हैं. आम आदमी पार्टी भी मैदान में है. छोटी पार्टियों में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, भारतीय आदिवासी पार्टी, सीपीआई-एम, जननायक जनता पार्टी और आज़ाद समाज पार्टी शामिल हैं.

महिलाओं के खिलाफ हिंसा, पेपर लीक घोटाला, किसानों की आत्महत्याएं कुछ प्रमुख मुद्दे हैं जिन्हें विपक्षी भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ उजागर किया था. सीएम गहलोत ने पुष्टि की है कि पश्चिमी राज्य में तीन दशक पुरानी वैकल्पिक सरकार की प्रवृत्ति को समाप्त करते हुए कांग्रेस सत्ता में लौटेगी.


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