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‘सत्ता आ और जा सकती है, पार्टी की प्रतिष्ठा सबसे ऊपर’- संजय राउत ने विधानसभा भंग करने के दिए संकेत

शिवसेना नेता संजय राउत ने भी मीडियाकर्मियों से कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी के 'सपने' को पूरा नहीं होने देगी. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भी कैबिनेट की बैठक बुलाई है.

मीडियाकर्मियों से बात करते संजय राउत की फाइल फोटो.

मुंबई: ‘सत्ता आ सकती है और जा सकती है. ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, हम सत्ता में नहीं होंगे. लेकिन बीजेपी का सपना पूरा नहीं होने देंगे. शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बुधवार को मीडियाकर्मियों से कहा, राजनीतिक हलकों में इसकी व्याख्या सत्ताधारी पार्टी के उम्मीद खोने के संकेत के रूप में की जा रही है, जिसमें बागी नेता एकनाथ शिंदे अपने अधिकांश विधायकों के साथ भाजपा शासित असम में डेरा डाले हुए हैं.

राज्य विधानसभा भंग करने का विकल्प तलाशने की अटकलों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है.

मीडिया से बात करते हुए राउत ने यह भी कहा कि शिंदे को वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्होंने शिवसेना के 55 विधायकों में से 45 का समर्थन होने का दावा किया है. हालांकि, राज्य में बढ़ रहे राजनीतिक संकट के बीच, उन्होंने एक ट्वीट पोस्ट कर राज्य विधानसभा भंग करने का संकेत दिया है.

एकनाथ शिंदे और अन्य विधायक इस समय गुवाहाटी में हैं, जहां वे रातभर में गुजरात के सूरत से शिफ्ट हो गए. राउत ने कहा कि उन्होंने बुधवार सुबह शिंदे से बात की और उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं.

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‘वह एक सच्चे शिवसैनिक और दोस्त हैं. हमने कई सालों तक साथ काम किया है. इसलिए इसे तोड़ना आसान नहीं है. मुझे विश्वास है कि वह वापस आएंगे.’ शिवसेना के वरिष्ठ नेता ने मीडियाकर्मियों से कहा.

दिप्रिंट के साथ एक टेलीफोनिक साक्षात्कार में, शिंदे ने भी कहा कि वह शिवसेना से अलग नहीं हो रहे हैं, लेकिन पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे द्वारा दिखाए गए हिंदुत्व के रास्ते पर चलते रहना चाहते हैं.

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