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बैटमार विधायक विजयवर्गीय पर पीएम नाराज, बोले- बेटा किसी का भी हो बाहर कर देना चाहिए

मंगलवार को पीएम ने संसदीय दल की बैठक में बगैर किसी का नाम लिए कहा कि इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सार्वजनिक रूप से अहंकार दिखाने का हक किसी को नहीं है.

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संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी का अभिवादन करते गृहमंत्री अमित शाह | प्रवीण जैन

नई दिल्ली: भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश के मामले में नाराजगी प्रकट की है. मंगलवार को पीएम ने संसदीय दल की बैठक में बगैर किसी का नाम लिए कहा कि इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पार्टी को बदनाम करने, बदसलूकी करने और सार्वजनिक रूप से अहंकार दिखाने का हक किसी को नहीं है.

विश्ववस्त सूत्रों के अनुसार पीएम ने बैठक में कहा कि राजनीति में अनुशासन होना चाहिए. गलत व्यवहार करने वाले लोगों को पार्टी से बाहर कर दिया जाना चाहिए. इस तरह का बर्ताव स्वीकार नहीं किया जाएगा. ऐसा करने वाले लोग भले ही किसी के बेटे हों, उन्हें अपने मन से कुछ भी करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. आकाश विजयर्गीय के  रिहा होने के बाद उनका स्वागत करने वाले पर भी पीएम नाराज हुए. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को भी पार्टी में रहने का हक नहीं है. सभी को पार्टी से बाहर कर देना चाहिए.


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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के इंदौर-3 से विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम टीम के अफसर पर बैट से हमला कर दिया था. इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. शनिवार शाम को उन्हें भोपाल की स्पेशल कोर्ट से जमानत मिली है. जब वे जेल से छूटे तो भाजपा के ही कुछ क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया था. वहीं मिठाई भी बांटी गई थी. इसके अलावा कार्यकार्ताओं ने खुशी में फायरिंग भी की थी. इसके बाद विपक्ष ने भाजपा पर निशाना साधा था.


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इस घटनाक्रम पर कैलाश विजयर्गीय ने आकाश का पक्ष लेते हुए कहा था कि अभी वह कच्चा खिलाड़ी है. यह इतना बड़ा मामला नहीं था. इसे बनाया गया है. अफसरों को भी अहंकारी नहीं होनी चाहिए. उन्हें भी जनप्रति​निधियों से बात करनी चाहिए. इस तरह की घटना भविष्य में न हो इसके लिए दोनों को समझाना चाहिए.

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