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सैनिकों की शहादत और राम मंदिर पर मोहन भागवत ने भाजपा को तरेरी आंख

भागवत ने जनता से देश को महान बनाने में योगदान करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हर कोई कोशिश करे और सब कुछ सरकार, पुलिस और सेना पर न छोड़ दें.

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मोहन भागवत एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, फाइल फोटो

नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की एक बार फिर आलोचना की है. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए पार्टी से पूछा कि कोई युद्ध न होते हुए भी आखिर सीमा पर सैनिक शहीद क्यों हो रहे हैं और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में देरी क्यों हो रही है. ‘प्रहार समाज जागृति संस्था’ की रजत जयंती पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि सीमा पर कोई युद्ध न होते हुए भी सैनिक लगातार शहीद हो रहे हैं.

भागवत ने कहा, ‘ऐसा इसलिए है, क्योंकि हम अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं. आजादी से पहले लोगों ने देश के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी. आजादी के बाद सीमा पर युद्ध के दौरान भी ऐसा हुआ. लेकिन इस समय वहां कोई युद्ध नहीं चल रहा है..फिर भी लोग शहीद हो रहे हैं.’

उन्होंने कहा कि सीमा पर किसी सैनिक के शहीद होने की कोई वजह नहीं है, लेकिन बगैर किसी युद्ध के यह हो रहा है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में विलंब पर नाराजगी जाहिर करते हुए आरएसएस महासचिव सुरेश ‘भैयाजी’ जोशी ने तीखी टिप्पणी की कि ‘अब इसका (मंदिर) निर्माण 2025 में होगा.’

जब भैय्याजी जोशी के मंदिर निर्माण 2025 में होने का बयान तेजी से फैला तो उन्होंने फिर एक बयान दिया और कहा कि मंदिर बने ये हमारी इच्छा है. 2025 तक यह काम पूरा होना चाहिए. अब ये सरकार को तय करना है कि वह निर्माण कार्य कब से शुरू कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने 25 को शुरू करने की बात नहीं की है आज मंदिर निर्माण  शुरू होगा तो पांच वर्षों में बनेगा.

भागवत ने जनता और समाज से देश को महान बनाने में योगदान करने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए हर कोई कोशिश करे और सब कुछ सरकार, पुलिस और सेना पर न छोड़ दें.

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