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पंजाब में फिर शुरू हुआ राज्यपाल बनाम CM, AAP विधायक के रिश्तेदार के ‘अवैध खनन’ को लेकर रस्साकशी शुरू

राज्यपाल पुरोहित ने गुरुवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले में खडूर साहिब के विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा के बहनोई निशान सिंह की संलिप्तता पर रिपोर्ट देने की मांग की.

पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान की फाइल फोटो | पीटीआई

चंडीगढ़: पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार और राज्य के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित एक बार फिर आमने-सामने हैं. इस बार तरनतारन गांव में अवैध रेत खनन मामले में आम आदमी पार्टी (आप) विधायक के एक करीबी रिश्तेदार की कथित संलिप्तता को लेकर दोनों आमने-सामने हैं.

राज्यपाल पुरोहित ने गुरुवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले में खडूर साहिब के विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा के बहनोई निशान सिंह की संलिप्तता पर रिपोर्ट देने की मांग की.

यह मामला पिछले सप्ताह सामने आया था जब पंजाब सरकार ने तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) का तबादला कर दिया था और अन्य छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था, जब लालपुरा ने आरोप लगाया था कि सिंह को “झूठे” मामले में गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उन्होंने पुलिसकर्मियों के बीच व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया था. फेसबुक पर एक पोस्ट में विधायक ने एसएसपी को आर-पार की लड़ाई की चुनौती दी थी और कहा था कि उन्होंने अपनी सुरक्षा भी छोड़ दी है.

तरनतारन के एसएसपी गुरुमीत चौहान ने अपने संस्करण में कहा था कि विधायक के रिश्तेदार को भैल गांव में मौके से गिरफ्तार किया गया था, जहां अवैध खनन किया जा रहा था, और उनकी पहचान तब तक सामने नहीं आई जब तक कि गिरफ्तारी नहीं हो हुई और आरोपी को पुलिस स्टेशन नहीं लाया गया था.

इन खबरों का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा कि पुलिस में भ्रष्टाचार, रात के समय अवैध खनन में विधायक के करीबी रिश्तेदार की संलिप्तता और पुलिस अधिकारियों के निलंबन और उसके बाद तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण के बारे में एक विधायक के आरोप की खबरे थी.

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राज्यपाल ने कहा, “पंजाब में अवैध खनन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसके लिए भ्रष्टाचार जिम्मेदार है. इसकी पृष्ठभूमि में, कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि एक पुलिस पार्टी ने तरनतारन में रात के समय चल रही अवैध खनन गतिविधि का भंडाफोड़ किया और विधायक का एक करीबी रिश्तेदार इसका हिस्सा है. मीडिया रिपोर्टों से यह भी पता चलता है कि अवैध खनन गतिविधि पर छापा मारने गई पुलिस पार्टी को निलंबित कर दिया गया और एसएसपी का तबादला कर दिया गया.”

राज्यपाल ने आगे लिखा, “मीडिया रिपोर्टों के मद्देनजर मैं विधायक के आरोपों, अवैध खनन गतिविधि और उसके बाद पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के मुद्दे पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करें.”

शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता और पूर्व राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि यह अस्पताल में गिरफ्तार निशान सिंह की है. मजीठिया ने आरोप लगाया कि चूंकि सिंह विधायक के करीबी रिश्तेदार हैं, इसलिए गिरफ्तारी के बाद से उन्होंने एक भी दिन जेल में नहीं बिताया है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.

इस बीच, पंजाब में ‘गैंगबस्टर’ पुलिसकर्मी के रूप में जाने जाने वाले एसएसपी चौहान को पिछले हफ्ते तरनतारन से उनके स्थानांतरण के बाद से कोई पोस्टिंग नहीं दी गई है.

आप के तरनतारन विधायक कश्मीर सिंह सोहल की शिकायत के बाद विधानसभा की विशेषाधिकार समिति ने मंगलवार को चौहान को तलब किया. हालांकि, सूत्रों ने बताया कि चौहान विशेषाधिकार समिति के सामने पेश नहीं हुए और उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए और समय मांगा. सूत्र के अनुसार तरनतारन विधायक ने विशेषाधिकार समिति से शिकायत की है कि एसएसपी ने उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया.

(संपादन: अलमिना खातून)
(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें)


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