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मोदी की मिमिक्री करने से लेकर आप नेता बनने तक- स्टैंडअप कॉमेडियन श्याम रंगीला ने राजनीति को ही क्यों चुना

2017 में 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' के एक प्रतियोगी के रूप में जाने जाने वाले श्याम रंगीला अपने राज्य राजस्थान में ‘आप’ में शामिल हो गए हैं. उनका कहना है कि इससे उनकी कॉमेडी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ कॉमेडियन श्याम रंगीला | फोटो :आप सोशल मीडिया

नई दिल्ली: लोकप्रिय राजनेताओं की नकल करने से लेकर खुद राजनीति में उतरने तक 27 साल के श्याम रंगीला ने अपने छोटे से करियर में एक लंबा सफर तय किया है.

कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के पूर्व प्रतिभागी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल के लिए जाने जाने वाले कॉमेडियन ‘रंगीला’ राजस्थान में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. मार्च में पंजाब की जीत के बाद पार्टी का विस्तार करने के लिए ‘आप’ जिन राज्यों की तरफ देख रही है, राजस्थान उन्हीं में से एक है. पार्टी को इस राज्य से काफी उम्मीदें है.

दिप्रिंट से बात करते हुए रंगीला ने जोर देते हुए कहा कि वह राजनीति और अपनी कॉमेडी को अलग रखेंगे.

रंगीला ने कहा, ‘मैं राजनेताओं की नकल करता रहुंगा. कॉमेडी के दौरान अगर ऐसा कोई करैक्टर या सिचुएशन आती है जहां अरविंद केजरीवाल की मिमिक्री करने की जरूरत होगी तो मैं ऐसा करने से भी परहेज नहीं करूंगा.’

उन्होंने कहा, ‘मैं पार्टी का समर्थन कर सकता हूं, लेकिन मेरी कॉमेडी में पार्टी की कोई सीधी भूमिका नहीं होगी’ वह आगे कहते हैं, ‘मेरी कॉमेडी हमेशा स्वतंत्र रहेगी. यह आस-पास की वास्तविकता से लोगों को रू-ब-रू कराती रहेगी. साथ ही मेरा पेशा, आप के लिए वोट मांगने के आड़े नहीं आएगा.

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रंगीला ने कहा कि उन्होंने 2014 के आम चुनाव से ठीक पहले भाजपा के लिए सक्रिय रूप से प्रचार किया था.

वह बताते हैं, ‘उस समय शायद ही कोई मुझे जानता था, मैं ज्यादा लोकप्रिय नहीं था. उसके बाद ही मैंने एक कलाकार के रूप में अपनी पहचान बनाई.’ उन्होंने कहा, ‘2014 के बाद से देश का राजनीतिक माहौल काफी बदला है. व्यंग्य और राजनेताओं की नकल के प्रति असहिष्णुता बढ़ गई है. कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पाते.’

कॉमेडी में करियर

श्रीगंगानगर के मोखमवाला गांव में जन्मे श्याम सुंदर ‘रंगीला’ को 2017 में द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में एक स्टैंड-अप एक्ट के बाद शोहरत मिली थी.

एक शो, जिसने कपिल शर्मा और भगवंत मान जैसे अन्य लोकप्रिय कॉमेडी कलाकारों को एक मंच दिया था. भगवंत मान अब आप नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री हैं. इसी शो ने – अकसर मोदी की- मिमिक्री के लिए रंगीला को प्रतिभा दिखाने में मदद की थी.

रंगीला का अब तक का सबसे पहला विवाद कथित तौर पर इस शो पर ही उठा था. उन्होंने दावा किया कि 2017 में इसकी शूटिंग के दौरान उन्हें मोदी और विपक्षी नेता राहुल गांधी की मिमिक्री करना बंद करने के लिए कहा गया. उनके इस एक्ट को प्रसारित करने से रोक दिया गया और इसका संपादित अंश ही स्टार प्लस पर दिखाया गया था. लेकिन उस विवाद के बाद उनका यह एक्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

अपने इसी एक्ट को रंगीला अपना करियर बनाने का श्रेय देते हैं.

उन्होंने कहा, ‘यह मेरी परफॉर्मेंस का लीक हुआ वीडियो था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. उसने मेरे करियर को आगे बढ़ाने में काफी मदद की.’

रंगीला बाद में यूट्यूब पर काफी लोकप्रिय हो गए. मौजूदा समय में उनके 877,000 सब्सक्राइबर हैं.

मिमिक्री के लिए अभी भी मोदी उनके पसंदीदा करैक्टर बने हुए हैं: उनके सबसे लोकप्रिय एक्ट में से एक 2019 के लोकसभा चुनावों से ठीक पहले बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार के साथ मोदी के साक्षात्कार की पैरोडी है.

2021 में श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के ऊपर पहुंच जाने पर, ईंधन की बढ़ती कीमतों का मजाक उड़ाने के लिए प्रधानमंत्री की नकल करते हुए उनका एक वीडियो काफी लोकप्रिय हुआ था. वह वीडियो एक पेट्रोल पंप से शुरू हुआ जिसने उन्हें शूट करने की अनुमति से इनकार कर दिया था. इस वीडियो की एक लाइन तेजी से लोकप्रिय हो गई और उस पर खासा बवाल भी मचा. इसमें रंगीला पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर तंज कसते हुए अपने खास अंदाज में जवाब देते नजर आ रहे थे.


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लगातार ‘कैंसिल होते शो’ और राजनीति में जाने का फैसला

रंगीला के लिए राजनीति में जाना एक बड़ा बदलाव नहीं है.

उन्होंने दिप्रिंट को बताया, ‘पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया पर मेरे साथ बहुत से लोग जुड़े और उन्होंने मुझसे अपनी सामूहिक आवाज बनने और महंगाई व पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को उठाने के लिए कहा’ वह दिप्रिंट से कहते हैं. ‘इस तरह से तो मैं पहले से ही राजनीति में हूं. अब नई बात यह है कि मैंने सपोर्ट के लिए एक पार्टी को चुन लिया है’

उनके सोशल मीडिया पर एक नज़र डालने से पता चलता है कि वह कभी भी राजनीतिक ट्वीट्स करने से नहीं कतराते. उनकी टाइमलाइन पर अकसर उन्हें बढ़ती कीमतों, बेरोजगारी और कुशासन पर, सत्ता में बैठे लोगों से सवाल करते हुए देखा जा सकता है.

आप में शामिल होने का रंगीला का फैसला उनके एक और शो को कथित रूप से रद्द करने के कुछ दिनों बाद आया. एक लोकप्रिय टीवी चैनल ने अपने एक आगामी कॉमेडी शो में उनसे ‘विशेष रूप से’ मोदी की नकल नहीं करने के लिए कहा. रंगीला ने चैनल का नाम जाहिर नहीं किया था.

16 अप्रैल को रंगीला ने ट्वीट किया, ‘प्रिय पीएम नरेंद्र मोदी जी, मैं एक छोटा सा कॉमेडियन हूं. मैं आपकी और अन्य राजनेताओं की नकल करता हूं. दुखद है कि मैं ये कभी टीवी पर नहीं कर सकता क्योंकि टीवी चैनल के लोग आपसे डरते हैं. आपको तो मजाक पसंद भी है तो फिर भी वे आपकी मिमिक्री से इतना क्यों डरते हैं.? क्या आपकी मिमिक्री जुर्म है?’

उन्होंने आगे लिखा, ‘लाफ्टर चैलेंज(2017) के बाद कई बार टीवी चैनलों के साथ बात हुई, लेकिन अंत में सभी ने यही कहा कि ‘श्याम, चैनल आपके लिए इजाजत नहीं दे रहा है.’ यह आज फिर हुआ. इसलिए, पांच साल बाद इस पर लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा कि लोग आखिर मिमिक्री से इतना डरते क्यों हैं? सोशल मीडिया नहीं होता तो यह श्याम रंगीला कब का खत्म हो गया होता.’

इस ट्वीट के बमुश्किल दो सप्ताह बाद ही रंगीला आप में शामिल हो गए.

आप ही क्यों? इसक जवाब में रंगीला ने कहा कि उन्होंने पार्टी को ‘बदलाव की राजनीति’ और काम करने के अवसर के रूप में देखा हैं. उन्होंने दिप्रिंट को बताया कि फिलहाल उनके पास ‘अनुभव की कमी है’ और वह खुद को आप में किसी अहम पद पर नहीं देखते.

उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं पार्टी का समर्थन करने के लिए सब कुछ करूंगा. अगर मुझे मौका मिला तो मैं बेहतर स्कूलों और अस्पतालों, ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी की कमी और पानी की कमी की दिशा में काम करूंगा.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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