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‘नीतीश पर उम्र का असर दिख रहा है, कुछ भी बोल रहे हैं’ – प्रशांत किशोर का बिहार के CM पर पलटवार

किशोर ने बिहार पर शासन करने वाले सभी राजनीतिक दलों पर हमला करते हुए कहा कि 1990 के बाद से राज्य में कोई बदलाव नहीं आया है.

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प्रशांत किशोर ने जब पहली बार जदयू की सदस्यता हासिल की/ फाइल फोटो-पीटीआई

नई दिल्ली: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए रविवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ‘भ्रम’ और ‘राजनीतिक रूप से अलग-थलग’ हो गए हैं और इसके कारण वो कुछ भी बोलते हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार की बढ़ती उम्र उन्हें प्रभावित कर रही है और यह उनकी ‘घबराहट’ को दिखाता है. किशोर की यह प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री के उस बयान पर आई है जिसमें उन्होंने राजनीतिक रणनीतिकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वो बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं. किशोर ने हाल ही में बिहार में ‘जन सूरज’ के लिए एक राज्यव्यापी ‘पदयात्रा’ शुरू की है.

किशोर ने आरोपों पर कहा, ‘नीतीश ने कहा कि मैं बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहा हूं और उनसे कांग्रेस में विलय करने को कहा. यह कैसे मुमकिन है? अगर मैं बीजेपी का समर्थन कर रहा होता, तो मैं उनसे कांग्रेस को मजबूत करने के लिए क्यों कहता? अगर दूसरा दावा सही है, तो पहला गलत हो जाता है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘नीतीश पर उनकी उम्र का असर पड़ रहा है और वो भ्रम में पड़ गए हैं. वह राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़ गए हैं क्योंकि वह ऐसे लोगों से घिरे हुआ हैं जिन पर वह खुद भरोसा नहीं करते हैं. इस घबराहट के कारण वो कुछ भी बोल रहे हैं.’

हाल ही में, किशोर और नीतीश दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगाए हैं. शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा था कि किशोर, जिन्होंने राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने और लोगों को प्रभावित करने में मदद की है, अब निराधार दावे कर रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले किशोर ने उन्हें अपने जद (यू) का कांग्रेस में विलय करने की सलाह दी थी. वहीं, 5 अक्टूबर को, किशोर ने कहा था कि नीतीश ने उन्हें अपने आवास पर आमंत्रित किया था और उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होने और इसका नेतृत्व करने की पेशकश की थी.

किशोर ने संकेत दिए कि उनका लक्ष्य अपनी यात्रा पूरी होने के बाद खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने का है. किशोर ने 2 अक्टूबर को भितिहरवा गांधी आश्रम से अपनी ‘पदयात्रा’ शुरू की थी. उन्होंने बिहार पर शासन करने वाले सभी राजनीतिक दलों पर हमला करते हुए कहा कि 1990 के बाद से राज्य में कोई बदलाव नहीं आया है. उन्होंने कहा कि यहां के लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन करने के लिए बाध्य हैं.

किशोर ने कुछ समय के लिए जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में काम किया था लेकिन बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था.

पिछले महीने, किशोर ने भविष्यवाणी की थी कि मौजूदा सत्तारूढ़ महागठबंधन अगले विधानसभा चुनाव तक नहीं टिकेगा.

गौरतलब है कि अगस्त में नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ लिया और फिर से राजद में शामिल हो गए.


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