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‘आप’ की शैली ओबेरॉय बनीं दिल्ली की नई मेयर, मनीष सिसोदिया बोले- गुंडे हार गये, जनता जीत गई

शैली ओबेरॉय ने बीजेपी की रेखा गुप्ता को हराकर ये पद हासिल किया. शैली ओबेरॉय को कुल 150 वोट मिले, वहीं रेखा गुप्ता को 116 वोट मिले.

दिल्ली की नवनिर्वाचित मेयर शैली ओबेरॉय (फोटो: एएनआई)

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम मेयर पद के चुनाव के तीन असफल प्रयासों के बाद बुधवार को हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की शैली ओबेरॉय जीत कर दिल्ली की नई मेयर बनी हैं. उन्हें 150 वोट हासलि कर बीजेपी की रेखा गुप्ता को हराया जिन्हें 116 वोट ही मिले.

दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने मेयर चुने जाने के बाद कहा, ‘मैं आप सभी को विश्वास दिलाती हूं कि मैं इस सदन को संवैधानिक तरीके से चलाऊंगी. मुझे उम्मीद है कि आप सभी सदन की गरिमा बनाए रखेंगे और इसके सुचारू कामकाज में सहयोग करेंगे.’

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शैली ओबेरॉय को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि ‘दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का मेयर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे दिल से एक बार फिर से आभार.’

शैली को बधाई देते हुए मनीष सिसोदिया बीजेपी पर तंज कसने से पीछे नहीं हटे, उन्होंने ट्वीट किया, ‘गुंडे हार गये, जनता जीत गई.’

इससे पहले सुबह करीब 11.30 बजे शुरू हुआ मतदान 2 घंटे से अधिक समय तक चला.

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मेयर के चुनाव में 250 में से 10 मनोनीत सांसद, 14 मनोनीत विधायक और 241 निर्वाचित पार्षदों ने मतदान किया.

बता दें कि आम आदमी पार्टी के पिछले साल दिसंबर में एमसीडी चुनाव जीतने के बाद ये चुनाव होना था, जो तीन बार स्थगित हो चुका था.

नगर निगम चुनाव के एक महीने बाद 6 जनवरी को पहली बार सदन की बैठक बुलाई गई थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों के बीच तीखी बहस के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी.

इसके बाद 24 जनवरी और फिर 6 फरवरी को बुलाई गई दूसरी और तीसरी बैठक भी इस कवायद को पूरा करने में विफल रही और दोनों बैठकों को मेयर का चुनाव किए बिना स्थगित कर दिया गया.

दिल्ली नगर निगम अधिनियम के अनुसार, नगरपालिका चुनाव के समापन के एक महीने के भीतर नगर निगम की बैठक होनी चाहिए और महापौर का चुनाव करना चाहिए. हालांकि मनोनीत सदस्यों के मताधिकार को लेकर हुए विवाद के बाद चुनाव तीन बार स्थगित किया गया था.


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