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मध्यप्रदेश में कांग्रेस और BJP एक जैसी समस्या से जूझ रहे हैं — टिकट नहीं मिलने पर अपने नेताओं का ही विरोध

बीजेपी ने 17 नवंबर को 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव के लिए अब तक 228 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि कांग्रेस ने 229 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो: ANI

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी दल कांग्रेस, दोनों एक ही समस्या से जूझ रहे हैं- टिकट पाने में नाकाम रहे आकांक्षी प्रत्याशियों के समर्थकों का विरोध. दोनों पार्टी के आकांक्षी प्रत्याशियों के समर्थकों ने रविवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में जमकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, दोनों दल इस नाराजगी को तूल नहीं देने की कोशिश कर रहे हैं.

बीजेपी ने 17 नवंबर को 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव के लिए अब तक 228 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि कांग्रेस ने 229 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं.

भोपाल में, पूर्व बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी.डी. शर्मा के सामने नारे लगाए तथा भोपाल दक्षिण पश्चिम सीट से पार्टी प्रत्याशी बनाए गए भगवानदास सबनानी को बदलने की मांग की.

भोपाल दक्षिण पश्चिम से बीजेपी के कई पदाधिकारियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर उमाशंकर गुप्ता को प्रत्याशी बनाने की मांग की.

टीकमगढ़ से पूर्व बीजेपी विधायक के.के. श्रीवास्तव ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को संबोधित पत्र लिखकर टिकट वितरण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.

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ग्वालियर में, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार माने जाने वाले बीजेपी नेता मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने रविवार को सिंधिया परिवार के जय विलास पैलेस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. वे गोयल को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज हैं.

प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ज्योतिरादित्य, सिंधिया पैलेस के द्वार तक पहुंचे और कहा कि वह उनके तथा गोयल के साथ हैं.

विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर, प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि क्षणिक आवेश के कारण छिटपुट प्रदर्शन हुए. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के विपरीत, बीजेपी कार्यकर्ता राष्ट्रवादी विचारधारा और गरीबों के कल्याण के लिए काम करते हैं. पिछले पांच दिनों से कांग्रेस खेमे में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.’’

बड़नगर से मौजूदा कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के समर्थकों ने मोरवाल को टिकट नहीं मिलने के बाद, कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के भोपाल स्थित आवास के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने बड़नगर से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र सिंह सोलंकी को बदलने की मांग की और टायरों में आग लगा दी.

भोपाल के गोविंदपुरा और विदिशा के कुरवाई के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी भोपाल में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) कार्यालय पर प्रदर्शन किया.

प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने कहा कि टिकटों का वितरण बहुत सफल रहा है और ‘पूरे राज्य से सकारात्मक संकेत आ रहे हैं’. उन्होंने कहा, ‘‘ये विरोध बहुत मामूली हैं. यह पारिवार के भीतर का मामला है जिसे सुलझा लिया जायेगा.’’

शुक्रवार को जैसे ही बीजेपी ने अपनी पांचवीं सूची जारी की, टिकट न पाने वाले कई नेताओं के समर्थकों ने जबलपुर में पार्टी कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के सामने हंगामा किया. यादव, मध्य प्रदेश बीजेपी चुनाव अभियान समिति के प्रभारी हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भीड़ को यादव के आसपास धक्का-मुक्की करते हुए देखा जा सकता है, जबकि एक सुरक्षाकर्मी मंत्री की सुरक्षा करने की कोशिश करता दिख रहा है.

(भाषा के इनपुट के साथ)


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