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कहां है दीप सिद्धू, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएम से पूछा

बघेल ने कहा राष्ट्रीयध्वज के साथ षडयंत्र करके कोई छुपा कैसे रह सकता है. वह कहां छुपा है, अभी तक पकड़ा क्यों नही गया. इस षडयंत्र से आंदोलनकारी किसानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.

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छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, फाइल फोटो | एएनआई

रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 26 जनवरी को किसान ट्रेक्टर परेड के दौरान लालकिला में हुई अराजकता के लिए जवाब मांगा है. बघेल ने भाजपा और प्रधानमंत्री से पूछा है कि दीप सिद्धू कहां गायब है, इसका जवाब दीजिए.

रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के प्रसारण के बाद बघेल ने अपने एक सार्वजनिक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री को सबसे पहले इस बात का जवाब देना चाहिए कि 26 जनवरी के दिन लाल किले में कोई व्यक्ति कैसे घुसा.’

पीएम मोदी द्वारा ‘मन की बात’ में 26 जनवरी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताए जाने पर बघेल ने कहा, ‘गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले में हुई हिंसा ने पूरे देश को शर्मसार किया है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि जहां सुरक्षा का पुख्ता इंतेजाम हो और सेना और पुलिस 24 घंटे तैनात हों वहां कोई व्यक्ति घुसकर डेढ़ से दो घंटे कैसे रहा. वहां अराजकता का माहौल बना कैसे. दिल्ली पुलिस तो केंद्र सरकार के अधीन है फिर भी इतनी हिंसा और माहौल कैसे हुई, इसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए.’

बघेल ने मोदी से पूछा, ‘यह दीप सिद्धू कौन है. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के साथ उसकी फोटो दिख रही है. वह उनके प्रत्याशी का चुनाव एजेंट था.’

‘सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर, राष्ट्रीयध्वज के साथ षडयंत्र करके कोई छुपा कैसे रह सकता है. वह कहां छुपा है, अभी तक पकड़ा क्यों नही गया. इस षडयंत्र से आंदोलनकारी किसानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.’

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगते हुए कहा कि मामले के समाधान के लिए किसानों की तरफ से कोई अड़चन नही है, उनकी एक सूत्रीय मांग है कृषि कानून वापस लिया जाए लेकिन सरकार उसे अपने हठधर्मिता के चलते उसे स्वीकार नही कर रही है.

उन्होंने कहा, ‘किसान आंदोलन को करीब ढाई महीने हो गए हैं लेकिन भारत सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़ नही रही है. किसानों को कितने प्रकार से बदनाम करने की कोशिश की गई है. उनको कभी खालिस्तानी बताया गया तो कभी पाकिस्तानी और आतंकवादी. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.’

बघेल ने कहा केंद्र सरकार को यह समझना पड़ेगा कि देश की जनता और किसान क्या चाहते हैं. जनता ही सरकार बनाती है और बिगाड़ती भी है.

बता दें कि रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम के रेडियो प्रसारण में प्रधानमंत्री ने कहा कि 26 जनवरी के दिन राष्ट्रीय ध्वज का अपमान पूरे देश के लिए बहुत शॉकिंग था. आने वाले समय को हमें उम्मीद और नवीनता से भरना होगा. बघेल ने मोदी के इसी बात पर प्रतिक्रिया दी.


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