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VHP का ध्यान हिंदुओं की ‘घर वापसी’ पर, देश भर में 1,000 ‘संवेदनशील ब्लॉकों’ में शुरू हुआ अभियान

संगठन ने ‘पुनर्परिवर्तन’ मिशन के लिए 1,000 कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी से हिंदू परिवारों को धर्मांतरण के खतरों के बारे में ‘शिक्षित’ और ‘जागरूक’ करने के लिए कहा.

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की फाइल फोटो | एएनआई
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की फाइल फोटो | एएनआई

नई दिल्ली: अपने ‘घर वापसी’ (धर्मांतरण विरोधी) कार्यक्रमों में तेज़ी लाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने देश भर में 1,000 विषम “संवेदनशील” स्थानों की पहचान की है, जहां वो कथित धर्मांतरण के खिलाफ “जागरूकता” अभियान चलाएगी.

वीएचपी अध्यक्ष आलोक कुमार ने दिप्रिंट को बताया, “पिछले महीने अयोध्या में बैठक के दौरान घर वापसी (धर्मांतरण) कार्यक्रम में तेज़ी लाने का फैसला लिया गया था. हमने देश भर में 1,000 ब्लॉकों की पहचान की है और हमारे कार्यकर्ता इन क्षेत्रों में लोगों तक पहुंच रहे हैं और उन्हें अपने विश्वास को त्यागने के बाद सेमेटिक (यहूदी धर्म) में परिवर्तन की बुराइयों के बारे में शिक्षित कर रहे हैं.”

कुमार ने कहा कि पंजाब में धर्मांतरण “गंभीर चिंता” का विषय है और संगठन इस मुद्दे पर बहुत गंभीरता से ध्यान केंद्रित कर रहा है.

यह कदम लोकसभा चुनाव से पहले उठाया गया है, हालांकि, विहिप पदाधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का इससे कोई संबंध नहीं है.

विहिप के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, संगठन द्वारा पहचाने गए 1,000 ब्लॉक प्रकृति में “संवेदनशील” हैं और इसके लिए वे इनमें से प्रत्येक क्षेत्र में 1,000 पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को “घर वापसी” और “रूपांतरण” का काम सौंप रहे हैं.”

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वीएचपी पदाधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, “300 ब्लॉकों में काम पहले से ही शुरू किया जा रहा है, और ज्यादातर ये ब्लॉक तटीय क्षेत्रों और आदिवासी इलाकों में स्थित हैं, जो धर्मांतरण के लिए अतिसंवेदनशील हैं.”

उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि उन्होंने हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कर इस्लाम और ईसाई धर्म अपना लिया है. इसे स्वीकार करने की ज़रूरत है और घर वापसी समय की मांग है. विहिप जबरन धर्मांतरित हिंदुओं को उनके मूल धर्म में वापस लाने में मदद करेगी.”

वीएचपी के एक अन्य पदाधिकारी के मुताबिक, 26 फरवरी को अयोध्या में वीएचपी के केंद्रीय न्यासी बोर्ड और गवर्निंग काउंसिल की बैठक में धर्म परिवर्तन प्रमुख प्रस्तावों में से एक था.

बैठक के दौरान, वीएचपी ने दो अन्य प्रस्ताव पारित किए — एक राम मंदिर के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया और दूसरा आगामी लोकसभा चुनावों में मतदान के महत्व पर जोर दिया.

विहिप के एक सूत्र के मुताबिक, संगठन ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे अपनी आंखें और कान खुले रखें और अगर उन्हें ऐसा कोई मामला मिले तो वे इसे उसके संज्ञान में लाएं.

अन्य पदाधिकारी ने कहा, “साथ ही, हमने उनसे लोगों को धर्म परिवर्तन के जाल में न फंसने के बारे में जागरूक करने के लिए भी कहा है.”

विहिप सूत्रों के अनुसार, संगठन ने अपनी युवा शाखा, बजरंग दल और महिला शाखा, दुर्गा वाहिनी दोनों से हिंदू परिवारों को धर्म परिवर्तन के खतरों के बारे में “शिक्षित” और “जागरूक” करने के लिए कहा है और बताया है कि “घर वापसी” कैसे की जा सकती है.

पदाधिकारी ने कहा, “कुछ साहित्य भी तैयार किया जा रहा है और कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित किया जाएगा.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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