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‘शासन करना अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानते हैं राहुल’, बोले अश्विनी वैष्णव- अहंकार के कारण गई सदस्यता

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कि राहुल सोचते हैं कि कोई भी अदालत उनके खिलाफ फैसला नहीं दे सकती. वह राजनीति में अधिकार की भावना के साथ हैं. वह देश पर शासन करना अपना 'जन्मसिद्ध अधिकार' मानते हैं.

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव | फाइल फोटो: ANI

नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें उनके ‘अहंकार’ के कारण लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य ठहराया गया. साथ ही अश्विनी वैष्णव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता देश पर शासन करना अपना ‘जन्मसिद्ध अधिकार’ मानते हैं क्योंकि वह एक ‘विशेष परिवार’ में पैदा हुए हैं. 

वैष्णव ने कहा, ‘राहुल गांधी हकदारी की राजनीति करते हैं. क्या वह कानून से ऊपर हैं.’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जब अदालत ने ओबीसी समुदाय के अपमान को लेकर फैसला दिया, तो राहुल गांधी आज कहते हैं कि अदालत गलत है. राहुल गांधी सोचते हैं कि इस देश पर शासन करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है. वह खुद को संविधान, अदालत और संसद से ऊपर समझते है.’

उन्होंने कहा कि राहुल सोचते हैं कि कोई भी अदालत उनके खिलाफ फैसला नहीं दे सकती. वह राजनीति में अधिकार की भावना के साथ हैं.

सारे ‘भ्रष्टाचारी’ एक साथ

अडाणी मुद्दे और राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर केंद्र के खिलाफ एकता दिखाने की कोशिश कर रहे विपक्ष पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी ‘भ्रष्ट’ एक मंच पर साथ आ गए हैं.

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उन्होंने कहा, ‘सारे भ्रष्टाचारी एक साथ एक मंच पर आ गए हैं. उनका एक ही मकसद है सरकार को पटरी से उतारना और देश में नई ऊर्जा को अस्त-व्यस्त करना. उन लोगों को याद रखना चाहिए कि कैसे यूपीए सरकार के दौरान देश को लूटा गया था और कमजोर करने की साजिश रची गई थी.’ 

वैष्णव ने 2013 की पुरानी घटना का हवाला देते हुए कहा, ‘संस्थाओं के बारे में बात करने वालों को जवाब देना चाहिए कि जब प्रधानमंत्री विदेश में थे, तब अध्यादेश को तोड़कर संस्थानों को मजबूत किया गया था. यह साबित करता है कि राहुल गांधी खुद को हर संस्थान से ऊपर मानते हैं.’

इससे पहले मंगलवार को विपक्ष पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार में गहरी जड़ें जमाने वाले सभी एक साथ आ गए हैं और देश की संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं.


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