होम राजनीति बुजुर्गों को 3000 पेंशन, महिलाओं को 33% आरक्षण, 0% ब्याज पर एजुकेशन...

बुजुर्गों को 3000 पेंशन, महिलाओं को 33% आरक्षण, 0% ब्याज पर एजुकेशन लोन- नागालैंड में खड़गे का वादा

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की राजनीति का उद्देश्य नागाओं की स्वदेशी और अनूठी संस्कृति को नष्ट करना है. आपको अपनी संस्कृति और ध्रुवीकरण और नफरत की राजनीति पर इस हमले के खिलाफ खड़ा होना होगा.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, फाइल फोटो | ANI

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को नागालैंड के दीमापुर में चुनावी रैली को संबोधित किया. नागालैंड विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रचार करने पहुंचे खड़गे ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि ये लोग आपकी सांस्कृतिक पहचान को खत्म करना चाहते हैं.

गौरतलब है कि नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होना है, जबकि नतीजे 2 मार्च को आएंगे.

खड़गे ने वादा किया कि अगर यहां कांग्रेस सत्ता में आती है तो बुजुर्गों को हर महीने 3000 रुपये पेंशन, लोकल शहरी निकायों में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण, मनरेगा जॉब कार्ड होल्डर्स को 100 फीसदी भुगतान, उच्च शिक्षा के लिए 0% ब्याज पर लोन, साफ पानी और स्वच्छता की गारंटी देंगे.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की राजनीति का उद्देश्य नागाओं की स्वदेशी और अनूठी संस्कृति को नष्ट करना है. आपको अपनी संस्कृति और ध्रुवीकरण और नफरत की राजनीति पर इस हमले के खिलाफ खड़ा होना होगा.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एनडीपीपी, एनपीएफ और बीजेपी पिछले 20 साल से लूटा है. अब समय आ गया है कि लोगों को न्याय मिले और ऐसी सरकार हो जो लोगों के लिए काम करे. कांग्रेस पार्टी ने पूर्वी नागालैंड क्षेत्र के लिए कई उपायों का वादा किया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

पीएम मोदी ने 2015 में दावा किया था कि नागा विवाद को सुलझाया जाएगा. वास्तव में, बीजेपी और एनडीपीपी ने केवल वादा किया और भ्रम पैदा किया है. नागालैंड के लोग अब खोखले वादों के झांसे में नहीं आएंगे.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम बीजेपी द्वारा चलाए जा रहे नफरत के एजेंडे से लड़ रहे हैं. नागा पहचान गरिमा का मसला है. यह वही पहचान है जिससे एनडीपीपी, बीजेपी और आरएसएस को समस्या है. ये लोग विविधता के खिलाफ हैं और एक भाषा, एक संस्कृति और एक पहचान को थोपना चाहते हैं.

खड़गे ने कहा कि भाजपा सरकार को नागालैंड के लिए कभी कोई चिंता या प्राथमिकता नहीं रही है.

नागालैंड और मेघालय में 60-60 सीटों के लिए चुनाव होने जा रहा है. नागालैंड में कुल 184 उम्मीदवार मैदान में हैं.


यह भी पढ़ें: क्या बाल-विवाह कानून मुस्लिम पर्सनल लॉ के खिलाफ है? असम में हुई गिरफ्तारियों से फिर तेज हुई बहस


 

Exit mobile version