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हावड़ा: ज़ोमैटो की फूड डिलीवरी करने वालों ने बीफ-पोर्क पहुंचाने से किया इंकार

फूड डिलीवरी के एक्जीक्यूटिव का आरोप है, 'कंपनी हमारी मांगों को नहीं सुन रही है. हमें अपनी इच्छा के विरुद्ध बीफ और पोर्क डेलीवर करने के लिए मजबूर कर रही है.'

फूड डिलीवरी एक्जीक्यूटिव प्रदर्शन करते हुए । एएनआई

कोलकाता: हावड़ा में ज़ोमैटो फूड डिलीवरी एग्जीक्यूटिव बीफ और पोर्क की होम डिलिवरी के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उनका कहना हैं कि उनकी मर्जी की खिलाफ उनको काम करवाया जा रहा है.

फूड डिलीवरी के एक्जीक्यूटिव का आरोप है, ‘कंपनी हमारी मांगों को नहीं सुन रही है और हमें अपनी इच्छा के विरुद्ध बीफ और पोर्क डेलीवर करने के लिए मजबूर कर रही है. हम एक सप्ताह से हड़ताल पर हैं.’

आपको बता दें यह पहला प्रकरण नहीं है जिसको लेकर ज़ोमैटो विवाद में है. इससे पहले अमित शुक्ल नमक एक युवक ने खाने का ऑर्डर सिर्फ़ इसलिए लेने से इंकार कर दिया था क्योंकि डिलिवरी बॉय मुसलमान था.

अमित शुक्ला नाम के व्यक्ति ने डिलिवरी वाले के मुस्लिम होने की वजह से जब खाना लेने से इंकार कर दिया तो इसके जवाब में ज़ोमैटो ने लिखा, ‘खाने का कोई धर्म नहीं होता. खाना ख़ुद ही धर्म है.’

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ज़ोमैटो को मालिक दीपेंद्र गोयल ने ज़ोमैटो के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘हम ‘आइडिया ऑफ़ इंडिया’ पर गर्व करते हैं. हमें ऐसे किसी नुकसान से फर्क नहीं पड़ता जो हमारे आदर्शों को रास्ते में आता है.’

गोयल के ऐसे विचार की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हुई थी और एक ऐसा धड़ा भी था जो इसके लिए उन्हें ट्रोल कर रहा था. फिलहाल कंपनी के सामने ये नई समस्या आन खड़ी हुई है.

गौरतलब है कि ज़ोमैटो एक ऑनलाइन फूड डिलिवरी सर्विस है जो भारत के बडे़ शहरों में लोगों तक खाना पहुंचाती है.

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