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राजस्थान में दो साल के अंतराल के बाद शादियों की धूम

(तस्वीरों के साथ)

जयपुर, 30 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान में नवंबर माह में लगभग डेढ़ लाख शादियां होने का अनुमान है। यह संख्या बीते दो वर्षों में कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बाद सबसे अधिक है।

कोरोनाकाल में लगे प्रतिबंधों के हटने से शादी उद्योग से जुड़े सभी लोग उत्साहित हैं। उन्हें इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है।

राजस्थान टेंट डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि जिंदल ने कहा, “लोग अब पहले की तरह पूरे जोर-शोर से शादियों का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं। एक अनुमान के अनुसार, नवंबर में पूरे राजस्थान में लगभग डेढ़ लाख शादियां होंगी। शादियों का मौसम देवउठान ग्यारस (चार नवंबर) के शुभ अवसर पर शुरू होगा।”

उन्होंने कहा, “राज्य में दो साल के अंतराल के बाद बड़ी संख्या में शादियां होंगी। ज्यादातर बारात घर और विवाह स्थल अगले पांच महीनों तक के लिए बुक हैं। लोगों ने शादी के जुड़ी रस्मों के लिए होटल, रिजॉर्ट और फार्म हाउस की भी बुकिंग की है।”

जिंदल ने बताया कि राजस्थान में पिछले साल नवंबर में 40 से 50 हजार शादियां हुई थीं। उन्होंने कहा, “पिछले दो वर्षों में विवाह समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या और भव्य आयोजनों पर प्रतिबंध था। इसलिए सीमित संख्या में शादियां हो रही थीं।”

बड़ी चौपड़ स्थित कपड़े की दुकान ‘नाथू लाल फतेहपुरिया’ के मालिक जय बंसल ने बताया, “नवरात्र से शादियों के लिए खरीदारी शुरू हो गई है और बाजार फिर से पटरी पर आ गया है। लहंगे, शेरवानी, साफा और अन्य परिधानों की बिक्री अब चरम पर है।”

वहीं, ‘रंगोली सारीज’ के मालिक सोहन शर्मा ने कहा कि उनकी बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत अधिक है।

चार नवंबर को परिणय सूत्र में बंधने जा रहे जयपुर के मनीष सामरिया ने बताया कि उनके परिवार ने महामारी के दौरान शादी में जल्दबाजी न करना बेहतर समझा और हालात के सामान्य होने का इंतजार किया।

सामरिया ने कहा, “मैं और मेरा परिवार चाहते थे कि मेरी शादी काफी धूमधाम से हो, जिसमें हमारे सभी दोस्त-रिश्तेदार शामिल हो सकें। इस साल कोई प्रतिबंध नहीं है। ऐसे में शादी समारोह के लिए यह एकदम सही समय है।”

जयपुर में 950 बारात घर सहित राज्यभर में कुल 13,000 से अधिक बारात घर हैं। बारात घर के अलावा होटल और रिजॉर्ट में भी कई शादियां होने वाली हैं। इस साल नवंबर और दिसंबर के महीने में शादी के लिए 10 मुख्य तिथियां हैं।

जिंदल ने कहा कि टेंट डीलरों से लेकर कैटरिंग सेवा प्रदाता, फूलों की सजावट करने वाले, बैंड पार्टी के सदस्य, इवेंट प्लानर, फोटोग्राफर और कोरियोग्राफर सहित करीब छह लाख लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शादी उद्योग से जुड़े हुए हैं।

एक बारात घर के मालिक मुकेश छीपा ने कहा, “साल2020 और 2021 में हमारे लिए बेहद कठिन समय था, क्योंकि सीमित संख्या में शादियां हो रही थीं। लेकिन, इस बार बुकिंग काफी अधिक है।”

शादी के लिए लोग खाटू शहर में लग्जरी धर्मशालाओं की बुकिंग करना भी पसंद कर रहे हैं, जहां खाटू श्यामजी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।

स्थान और आकार के आधार पर जहां एक बारात घर का रोजाना का खर्च 50 हजार से लेकर 10-12 लाख रुपये तक है, वहीं बेहतरीन सुविधाओं से लैस 25 से 40 कमरों वाली धर्मशालाएं प्रतिदिन लगभग दो लाख रुपये में उपलब्ध हैं।

राजस्थान में उदयपुर, जैसलमेर, सवाई माधोपुर और कुंभलगढ़ जैसी जगहें ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ के लिए काफी प्रसिद्ध हैं, जहां अतीत में कई व्यवसायी और मशहूर फिल्मी हस्तियां शादी के बंधन में बंध चुके हैं।

आतिथ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ अमित कोठारी कहते हैं कि भव्य वास्तुकला, स्वादिष्ट पकवानों, शाही पोशाकों, बेजोड़ आतिथ्य और विरासत स्थलों की मौजूदगी के चलते राजस्थान ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ के लिए पसंदीदा स्थलों में से एक है।

उन्होंने बताया कि दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और गोवा जैसे शहरों के कई लोग राजस्थान में ‘डेस्टिनेशल वेडिंग’ करने की योजना में बहुत दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

भाषा

संदीप कुंज

वैभव पारुल

पारुल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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