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सीआरपीएफ के इस अफसर ने सिर्फ चार सालों में 7 पुलिस वीरता पदक जीत कर रचा इतिहास

35 वर्षीय असिस्टेंट कमांडेंट नरेश कुमार को जम्मू और कश्मीर में हुए एक ऑपरेशन के लिए 7वीं बार पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है.

सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट नरेश कुमार ने एनएसए अजीत डोभाल से 2019 में अपना दूसरा और तीसरा पुलिस वीरता पदक प्राप्त किया। विशेष व्यवस्था द्वारा

नई दिल्ली: सीआरपीएफ अधिकारी नरेश कुमार ने चार साल में अपना 7 वां पुलिस वीरता पदक प्राप्त कर इतिहास रच दिया. कुमार अब सीआरपीएफ के इतिहास में सबसे अधिक पुलिस वीरता पदक पाने वाले अधिकारी  बन गए हैं, ऐसा केंद्रीय बल के उप महानिरीक्षक (DIG) और प्रवक्ता एम दिनाकरन ने दिप्रिंट को बताया.

74 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस वीरता पदक की घोषणा की गई. इस सूची में 926 पुरस्कार शामिल हैं, जिनमें वीरता के लिए 215 पुलिस पदक, 80 राष्ट्रपति पुलिस पदक, और सराहनीय सेवा के लिए 631 पुलिस पदक शामिल हैं.

35 वर्षीय असिस्टेंट कमांडेंट कुमार को श्रीनगर के छत्तबल में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को मारने वाली टीम का नेतृत्व करने के लिए 26 जनवरी 2020 को वीरता पदक से सम्मानित किया गया था. 7 वां पदक उन्हें 2017 में उच्च सुरक्षा वाले श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास बीएसएफ कैंप पर जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों द्वारा किए गए फिदायीन (आत्मघाती) हमले के खिलाफ ऑपरेशन के लिए मिला है जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए थे.

शुक्रवार को दिप्रिंट से बात करते हुए कुमार ने कहा कि वे अभी भी इस घोषणा की सच्चाई से उबर नहीं पाए हैं. मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले कुमार तीसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी हैं और सुरक्षा बलों में जाने का उनका बचपन से सपना रहा है.

‘मेरे दादा, पिता, चाचा और कई अन्य परिवार के सदस्यों ने सेनाओं में सेवा की है. मैं 12 वीं कक्षा में था जब मेरे पिता भारतीय सेना से मानद कप्तान के रूप में सेवानिवृत्त हुए. मैंने उनसे वादा किया था कि आप कंधे पर तीन सितारों के साथ सेना से निवृत्त हो रहे हैं, और मैं तीन सितारों के साथ ज्वाइन करूंगा’.

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पटियाला के पंजाब विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग स्नातक कुमार ने यूपीएससी द्वारा आयोजित सीआरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट परीक्षा को अपने पहले प्रयास में ही पास कर लिया था और 2013 में बल में शामिल हुए थे.

वह पिछले साल तक जम्मू और कश्मीर में तैनात थे, और वर्तमान में दिल्ली में तैनात है. वे घाटी की सीआरपीएफ वैली क्विक एक्शन टीम का हिस्सा रहे हैं जिसे इस वर्ष 15 से अधिक वीरता पदक प्राप्त हुए है.


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सीआरपीएफ 55 पदकों के साथ शीर्ष पर

पुलिस वीरता पुरस्कार पुलिस बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों / सुरक्षा संगठनों के सदस्यों को जीवन और संपत्ति बचाने में, या अपराध रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए दिया जाता है.

सीआरपीएफ ने इस साल 55 पदक जीते हैं, जो किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के तुलना में सबसे अधिक हैं . 41 पदक जम्मू और कश्मीर में किये गए ऑपरेशन के लिए मिले हैं और 14 छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लड़ने के लिए प्रदान किये गए हैं.

सभी राज्यों में से जम्मू और कश्मीर को सबसे अधिक (81) वीरता पदक प्राप्त हुए हैं, वहीँ उत्तर प्रदेश को 23 और दिल्ली को 16 पदक मिले हैं.


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