नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को कहा कि 13-14 जून को किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां पत्रकारों को कहा, ‘जहां तक मेरी जानकारी है, बिश्केक के एससीओ सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक की कोई योजना नहीं बनाई गई है.’
पाकिस्तान के विदेश सचिव के भारत दौरे पर उन्होंने कहा कि ये उनका निजी दौरा था और किसी तरह की कोई आधिकारिक मुलाकात नहीं हुई.
ईद से पहले पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद दिल्ली आए थे. उन्होंने ईद की नमाज भी दिल्ली की जामा मस्जिद में अता की थी. इसके बाद से अटकलें लगाई जा रहीं थी कि दोनों देशों के रिश्तों में सुधार के लिए वह पीएम से मुलाकात करेंगे.
करतापुर कॉरिडोर पर उन्होंने कहा, ‘हमने उस रिपोर्ट पर जवाब मांगा है जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान द्वारा विवादित तत्वों को तैनात किया गया है. जवाब परियोजना से जुड़ी एक समिति को देना है. पिछली मुलाकात में सामने रखे गए कुछ प्रस्तावों पर हमने पाकिस्तान से जवाब मांगा है, हमें इसका इंतज़ार है.’
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माल्या को लाने में जल्द मिलेगी कामयाबी
इसी दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने देश को चूना लगा कर भागे भगोड़ों यानी विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर कहा कि तीनों आर्थिक अपराध करने वाले भगोड़ों को वापस लाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. हम उन्हें वापस लाने के रास्ते पर चल रहे हैं. भारत सरकार को इस मामले में जल्द कामयाबी मिलेगी इसका भरोसा है.
तेल व्यापार पर नहीं आया व्यापक बदलाव
ईरान संग तेल से जुड़े व्यापार की स्थिति पर रवीश कुमार ने कहा कि उस स्थिति में कोई व्यापक बदलाव नहीं आया है. उन्होंने कहा कि मौलिक स्थिति वही है कि भारत जो भी फैसला लेगा वो वाणिज्यिक स्थितियों, ऊर्जा सुरक्षा और राष्ट्र हित पर आधारित होगा.