जम्मू, 20 मार्च (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर सरकार ने किसी आतंकवादी को सरकारी नौकरी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आतंकवादियों के रिश्तेदारों को दंडित करने की किसी नीति का समर्थन नहीं करेगी, क्योंकि यह प्राकृतिक न्याय के खिलाफ है।
अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद शहर में अपनी पहली सार्वजनिक रैली को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने “आम नागरिकों के खिलाफ पुलिस के दुरुपयोग” का मुद्दा भी उठाया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “किसी आतंकवादी को (सरकारी) नौकरी नहीं दी गई, लेकिन हमने आतंकवादियों के रिश्तेदार होने के नाम पर लोगों को दंडित नहीं किया। क्या आपके पिता या पुत्र द्वारा किए गए अपराध के लिए आपको दंड देना मेरे लिए उचित है? कल को, भगवान न करे (उपराज्यपाल) मनोज सिन्हा साहब का कोई करीबी रिश्तेदार अपराध करता है, तो क्या उन्हें (सिन्हा को) जेल भेजा जाना चाहिए?”
उन्होंने कहा, “नैसर्गिक न्याय यह नहीं है कि किसी दूसरे के अपराध की सजा सगे-संबंधियों को दी जाए। कोई भी इस बात की वकालत नहीं कर रहा है कि कट्टर आतंकवादियों को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए, लेकिन यह भी गलत है कि किसी को केवल इसलिए दंडित किया जाए, क्योंकि दुर्भाग्य से वे एक आतंकवादी से संबंधित हैं।”
भाषा जितेंद्र दिलीप
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