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दिल्ली में प्रदूषण का आपातकाल, ऑड-ईवन शुरू, पीएमओ ने बुलाई बैठक

सम-विषम नियम के उल्लंघन पर 4000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. दिल्ली यातायात पुलिस, परिवहन व राजस्व विभाग की 600 टीमों को शहर में योजना के सख्ती से अनुपालन के लिये तैनात किया गया है.

चेकिंग के दौरान दिल्ली पुलिस के जवान प्रदूषण से बचने के लिए प्रदूषण मास्क पहनकर चेकिंग करते हुए/ एएनआई

नई दिल्ली : दिल्ली में गंभीर हालत में पुहंच चुके प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए केजरीवाल सरकार ने सोमवार से ऑड स्कीम की फिर से वापसी कर दी है. यह 15 नवंबर तक जारी रहेगी. इस दौरान सुबह दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस ने स्कीम का उल्लंघन करने वाले कई लोगों के चालान काटे. सम-विषम नियम के उल्लंघन पर 4000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है.

दिल्ली के प्रदूषण पर पीएम के प्रमुख सचिव और कैबिनेट सचिव ने बुलाई बैठक

दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के गहराते संकट से निपटने के लिये किये जा रहे उपायों और हवा की गुणवत्ता में लगातार गिरावट के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव और कैबिनेट सचिव ने रविवार देर शाम उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है.

प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार इस बैठक में दिल्ली के अधिकरियों के अलावा पंजाब और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अगुवाई में होने वाली बैठक में दिल्ली के वायु प्रदूषण के संकट से निपटने के लिये किये जा रहे उपायों की समीक्षा की जायेगी.

उल्लेखनीय है कि दिल्ली और आसपास के शहरों में रविवार को वायु प्रदूषण के स्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी होनो के बाद केन्द्र सरकार को इस मामले में उच्च स्तर पर दखल देना पड़ा है. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा की गुणवत्ता ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गयी.

दिल्ली और नोएडा सहित अन्य इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को ही आपात स्थिति घोषित कर दी थी. रविवार को प्रदूषित हवाओं से धुंध बढ़ने के बाद दृश्यता में कमी आने के कारण दिल्ली में हवाई यातायात प्रभावित हुआ. इस कारण से दिल्ली आने वाली 37 उड़ानों का रूट बदलना पड़ा.

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पर्यावरणविदों ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

देश में प्रदूषण की समस्या पर त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए पर्यावरणविदों के एक समूह ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा. इस पत्र में खासतौर पर तीन साल में सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले शहर दिल्ली को लेकर कदम उठाने का आग्रह किया गया है.

पत्र में लिखा गया, ‘हम भारत के लोग आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या को हल करने के लिए कोई बड़ा कदम उठाएं. पूरे देश में, विशेष रूप से उत्तर के मैदानी क्षेत्र और दिल्ली में धुंध के कारण स्थिति घातक है जिसका हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. हमारे डॉक्टरों के अनुसार हम राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति में हैं.’

इन पर्यावरणविदों में केयर फॉर एयर की ज्योति पांडे, माय राइट टू ब्रीथ की रवीना राज कोहली, यूनाइटेड रेजिडेंट्स ज्वाइंट एक्शन के अतुल गोयल और क्लीन एयर कलेक्टिव के बृकेश सिंह शामिल हैं.

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर रविवार सुबह फिर से बढ़ गया. शहर में वायु गुणवत्ता कई स्थानों पर ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में चली गई. दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 494 दर्ज किया गया.

स्कीम लागू कराने के लिए 600 टीमें तैनात

दिल्ली यातायात पुलिस, परिवहन व राजस्व विभाग की 600 टीमों को शहर में योजना के सख्ती से अनुपालन के लिये तैनात किया गया है.

लोगों ने इसकी ऑड-ईवन की जानकारी न होने के बात कही. इंडिया गेट के पास, एक चालक को एक विषम संख्या वाले वाहन का उपयोग करने के लिए जुर्माना लगाया गया.

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर ज्यादा खराब है. यह हरियाण और पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने के कारण बढ़ दिल्ली में प्रदूषण ज्यादा बढ़ रहा है.

नियम तोड़ने पर वहीं आईटीओ के पास, एक विषम संख्या वाले वाहन का उपयोग करने के लिए ट्रैफिक पुलिस एक चालक को जुर्माना लगा दिया है. वाहन चालक ने अपनी सफाई में कहा, ‘मैं नोएडा में रहता हूं, मैं कल रात किसी काम के लिए आया था, मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि ऑड-ईवन योजना आज से लागू हो रही है.’

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, नेहरू नगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 392 (बहुत खराब) है.

उत्तर प्रदेश के एनसीआर के करीब हापुड़ प्रदूषण के गहरे चपेट में है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 491 (गंभीर) हालत में है.

दिल्ली के आईटीओ स्मॉग की एक परत में ढंका दिखा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार आईटीओ में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 434 है जो कि गंभीर माना जाता है.

दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के आंकड़ों के अनुसार, प्रमुख प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10, दोनों 500 पर पहुंच चुके हैं, यह लोधी रोड क्षेत्र में ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है.

दिल्ली का राजपथ एरिया में भी स्मॉग की एक परत में लिपटा दिखा.

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