नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जनऔषधि दिवस के अवसर पर वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से देश के कई जनऔषधि केंद्रों के पर लोगों से संवाद किया. पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि कोराना वायरस को लेकर मैं सभी से प्रार्थना करता हूं कि किसी भी तरह की अफवाह से बचे. कोई भी दिक्कत और परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. पूरी दुनिया ने आजकल नमस्ते की आदत डाल रही है.
‘हमें भी हाथ मिलाने की जगह नमस्ते करना चाहिए.’
गरीब से गरीब तक पहुंचने का चार सूत्री कार्यक्रम
पीएम मोदी ने कहा,’जन औषधि दिवस सिर्फ एक योजना को मनाने का दिन नहीं, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों, लाखों परिवारों के साथ जुड़ने का प्रसंग है, जिन्हें इसका लाभ मिला है.उनके माध्यम से और लोगों तक भी इस बात का व्यापक प्रचार करने का ये अवसर है. ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति भी इस योजना का लाभ लें.’
उन्होंने कहा, हर भारतवासी के स्वास्थ्य के लिए हम चार सूत्रों पर काम कर रहे हैं. पहला, इसमें हर भारतीय को बीमार होने से बचाने के लिए क्या-क्या किया जाए. दूसरा, अगर कोई बीमार हो भी गया, तो उसे सस्ता और अच्छा इलाज कैसे मिले. तीसरा, इलाज के लिए बेहतर और आधुनिक अस्पताल हों, निपुण डॉक्टर व अन्य स्टाफ हो और चौथा, मिशन मोड पर काम करके चुनौतियों को समझना और उनका समाधान करना. प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना इसी की एक कड़ी है.
https://twitter.com/narendramodi_in/status/1236188461016604673?s=20
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वीडियों कांफ्रेस के जरिए लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा,’जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाइयों की क्वालिटी बाजार में मिलने वाली दवाइयों के बराबर ही है, लेकिन इन केंद्रों से ये दवाइयां 50% से 90% तक कम कीमत पर मिल रही हैं. जैसे कैंसर के इलाज के लिए उपयोग में आने वाली दवा बाजार में करीब 6,500 रूपये में आती है, वही दवा इन केंद्रों पर 850 रूपये में मिलती है.’
उन्होंने कहा, इससे पहले की तुलना में इलाज पर खर्च बहुत कम हो रहा है.मुझे बताया गया है कि अभी तक पूरे देश में करोड़ों गरीब और मध्यम वर्ग के साथियों को 2,000 से 2,500 करोड़ रुपए की बचत जन औषधि केंद्रों के कारण हुई है.आज के इस कार्यक्रम में जन औषधि केंद्र चलाने वाले नए साथी भी जुड़े हैं, मैं इन सभी साथियों को बधाई देता हूं, क्योंकि आप बहुत प्रशंसनीय काम कर रहे हैं.
इस दौरान देहरादून व जम्मू-कश्मीर के लोग पीएम से बातचीत करते हुए काफी भावुक तक हो गए. देहरादून की एक बीमार महिला अपनी बात पीएम के सामने रखते हुए रोने तक लगीं. वहीं जम्मू कश्मीर के लोगों ने पीएम को भगवान तक बना दिया.
पीएम ने कहा आपका हौंसला ही आपका सबसे बड़ा भगवान है. आपने अपनी हिम्मत से ही बीमारियों को परास्त किया है। आपके इसी हौंसले में इतनी गंभीर बीमारियों से बाहर निकलने में आपकी सहायता की है.
जम्मू कश्मीर और लद्दाख में जो नई व्यवस्थाएं बनी हैं, उससे योजनाओं को लागू करने में तेजी आई है. पहले केंद्र की योजनाओं को वहां लागू कर पाना बहुत मुश्किल होता था, अब ये अड़चनें हट गई हैं.
पीएम ने लोगों से कहा आपके इस काम को पहचान दिलाने के लिए सरकार ने इस योजना से जुड़े पुरस्कारों की शुरुआत करने का भी फैसला लिया है. जैसे जैसे ये नेटवर्क बढ़ रहा है, वैसे ही इसका लाभ भी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच रहा है.आज हर महीने 1 करोड़ से अधिक परिवार इन जन औषधि केंद्रों के माध्यम से बहुत सस्ती दवाइयां ले रहे हैं.
डॉक्टर भी लिखें जैनरिक दवाएं
कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर डॉक्टर जैनेरिक दवाएं ही लिखें, ये सुनिश्चित करना ज़रूरी है.मेरा आप सभी लाभार्थियों से भी निवेदन रहेगा कि अपने अनुभवों को अधिक से अधिक साझा करें. इससे जनऔषधि का लाभ ज्यादा मरीज़ों तक पहुंच सकेगा.
पीएम देश में बढ़ रहे कोरोनावायरस को लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने इस दौरान लोगों से नमस्ते करने की आदत को बढ़ावा देने की बात भी कही. पीएम ने कहा, कोरोना वायरस को लेकर में सभी देशवासियों से प्रार्थना करता हूं कि किसी भी तरह की अफवास से बचें। कोई भी परेशानी होने पर तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें.
पूरी दुनिया आजकल नमस्ते की आदत डाल रही है. हमें भी आजकल हाथ मिलाने के बजाए, नमस्ते करना चाहिए.
बीते डेढ़ साल में जम्मू कश्मीर में अभूतपूर्व तेज़ी से विकास का काम चल रहा है.3.5 लाख से ज्यादा साथियों को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है, 3 लाख बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों को सरकार की पेंशन योजना से जोड़ा गया है.जन औषधि परियोजना के तहत करीब 700 जिलों में 6700 स्टोर से करोड़ों लोगों इस परियोजना का लाभ ले रहे हैं.