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अभिनेता और निर्देशक अमोल पालेकर को एनजीएमए कार्यक्रम में बोलने से रोका गया

संध्या गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कहा कि अभी चुनावी माहौल है या नहीं यह मायने नहीं रखता, लेकिन एक बात तय है कि देश और समाज में असहिष्णुता है.

अमोल पालेकर । कॉमन्स

नई दिल्ली : मोदी सरकार की आलोचना करने पर अभिनेता और निर्देशक अमोल पालेकर को मुंबई के नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) कार्यक्रम में बोलने से रोक दिए जाने का मामला सामने आया है.

मशहूर पेंटर प्रभाकर बर्वे पर आयोजित एक प्रदर्शनी के दौरान ‘इनसाइड द इम्पटी बॉक्स’ विषय पर बतौर अतिथि शामिल हुए अमोल पालेकर अपना भाषण दे रहे थे. इस बीच संस्कृति मंत्रालय की आलोचना करने पर उन्हें बोलने से रोक दिया गया.

समारोह में बेबाकी से अपनी बात रखते हुए आमोल पालेकर ने कहा कि स्थानीय कलाकारों की समितियों को भंग कर दिया गया है और दिल्ली से तय होता है कि किस कलाकार की प्रदर्शनी लगेगी.

सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है. वीडियो में देखा जा सकता है कि मंच पर बैठीं एक महिला उन्हें रोकते हुए कहती हैं, ‘यह कार्यक्रम प्रभाकर बर्वे पर आधारित है और आपको उन्हीं पर बोलना हैं.’

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कार्यक्रम में स्टेज पर बैठे एनजीएमए के सदस्यों ने पालेकर को बीच में ही बोलने से रोकते हुए इवेंट से जुड़े मुद्दे पर ही बात करने की नसीहत दी. हालांकि, पालेकर रुके नहीं और अपनी बात रखते रहे. बाद में उन्हें अपनी अधूरी बात रख कर जाना पड़ा.

इसके विरोध में पालेकर ने अपनी पत्नी संध्या गोखले के साथ रविवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सारी बात बताई. अमोल पालेकर ने कहा, ‘डायरेक्टर वहां मौजूद थीं और उन्होंने कहा कि अपनी बात रखने से पहले उन्हें सारी बात बतानी चाहिए थी. मैंने उन्हें जवाब में कहा कि क्या लेक्चर देने से पहले मेरा भाषण सेंसर किया जाता.’ पालेकर ने यह भी कहा कि ‘मैं संस्कृति मंत्रालय को ऐसी प्रदर्शनी आयोजित करने के लिए धन्यवाद देने वाला था, लेकिन उन्होंने (निदेशक) कहा कि ऐसी किसी तारीफ की उन्हें जरूरत नहीं है और चली गईं.’

पालेकर ने आयोजकों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोजकों को बताना चाहिए था कि क्या बोलना है और क्या नहीं.

पालेकर ने कहा, ‘ये कहना कि मैंने मुद्दे से हटकर बात की, पूरी तरह गलत है. मुंबई के दो आर्टिस्ट की प्रदर्शनी एनजीएमए में दिखाई जानी थी. इसकी इजाजत भी दे गई थी और तारीख भी तय थी लेकिन अब महली और पटवर्धन को मिली इजाजत वापस ले ली गई है. उन्हें बता दिया गया है कि वे अपनी प्रदर्शनी नहीं लगा पाएंगे.’

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पालेकर की पत्नी संध्या गोखले भी मौजूद थीं. और उन्होंने बताया कि गैलरी की क्यूरेटर जेसल किसी दबाव में लग रही थीं और शायद इसी वजह से उन्होंने अमोल पालेकर को बोलने से रोका. आमोल पालेकर ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि एनजीएमए के डायरेक्टर को आर्ट या आर्टिस्ट बार के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं.

संध्या गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कहा कि अभी चुनावी माहौल है या नहीं यह मायने नहीं रखता, लेकिन एक बात तय है कि देश और समाज में असहिष्णुता है.

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