होम देश ‘कोई भी मेरे खिलाड़ी पर हावी नहीं हो सकता’, IPL के दौरान...

‘कोई भी मेरे खिलाड़ी पर हावी नहीं हो सकता’, IPL के दौरान विराट-नवीन-उल-हक के बीच नोकझोंक पर बोले गंभीर

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और बीजेपी विधायक ने कहा कि एक मेंटर के तौर उनका अपने खिलाड़ियों का साथ देने का हक है.

लखनऊ सुपर जाइंट्स (एलएसजी) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के बीच आईपीएमल के ग्रुप स्टेज मैच के दौरान विराट और गंभीर के बीच होती गरमागरमी | ANI

नई दिल्ली : भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि अगर विराट कोहली और अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज नवीन-उल-हक के बीच इस साल की शुरुआत में इंडियन प्रीमियर लीग मैच में हुई तीखी बहस जैसी स्थिति दोबारा पैदा हुई तो वह “अपने खिलाड़ियों का समर्थन करेंगे.”

इस साल मई में लखनऊ सुपर जाइंट्स (एलएसजी) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के बीच ग्रुप स्टेज भिड़ंत के दौरान कोहली और नवीन के बीच मैदान पर तीखी नोकझोंक हुई थी. यह घटना उस समय की है जब मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी हाथ मिला रहे थे. गंभीर उस समय एलएसजी के मेंटर थे.

गंभीर ने ‘एएनआई पॉडकास्ट विद स्मिता प्रकाश’ में कहा कि अपने खिलाड़ियों का बचाव करना उनका काम है.

गंभीर ने कहा, “यह नवीन-उल-हक को लेकर ही नहीं. मैं किसी भी खिलाड़ी का बचाव करता, यह मेरा काम है, मैं ऐसा ही हूं, ऐसी ही मेरी मानसिकता है. मुझे अपने खिलाड़ियों का बचाव सिर्फ इसलिए क्यों नहीं करना चाहिए क्योंकि कोई उनके लिए ब्रॉडकास्टर का काम कर रहा है, सोशल मीडिया पर जिनके साथ अधिक लोग हैं, उन्हें किसी के साथ गलत व्यवहार करने का अधिकार नहीं है. अगर मैं अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ा नहीं हो सकता, तो मुझे ड्रेसिंग रूम में रहने का कोई अधिकार नहीं है.”

आरसीबी की जीत के बाद, एलएसजी के सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स कोहली के पास गए और कुछ बोलने लगे, तभी गंभीर आए और वेस्टइंडीज के बल्लेबाज को दूर लेकर चले गए थे.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

इस घटना के थोड़ी देर बाद, गंभीर को कोहली से आक्रोश में बात करते हुए देखा गया. एलएसजी कप्तान केएल राहुल समेत अन्य खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ दोनों को अलग करते हुए नजर आए.

उन्होंने कहा, “मेरे एक मेंटर के तौर पर होते हुए, कोई भी, मेरे खिलाड़ियों के पास आकर उस पर हावी नहीं हो सकता. मुझे एक बहुत ही अलग भरोसा मिला है और मैं उस भरोसे के साथ जीया हूं और मैं उसके साथ जीना जारी रखूंगा कि मैं कभी किसी को अकेला नहीं छोड़ूंगा.”

गंभीर ने कहा, “मैंने अपनी जिंदगी इसी तरह जी है और आगे भी ऐसे ही जीऊंगा. जब तक खेल चल रहा था, मुझे दखल देने हक नहीं था, लेकिन खेल खत्म होने के बाद अगर कोई तीखी बहस करता है… तो मुझे अपने खिलाड़ियों का बचाव करने का पूरा अधिकार है और भविष्य में भी अगर ऐसा कुछ होता है तो मैं अपने खिलाड़ियों का बचाव करूंगा.”

बाद में कोहली और गंभीर पर आईपीएल आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था.

आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नवीन पर भी मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया. उन्होंने आईपीएल आचार संहिता के अनुच्छेद 2.21 के तहत लेवल 1 के अपराध को स्वीकार किया था.


यह भी पढ़ें : ‘कांग्रेस-AIMIM की मिलीभगत सामने आई’, BJP ने अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाने का किया विरोध


 

Exit mobile version