होम देश अगला लोकसभा चुनाव ‘संविधान मंथन’ होगा : अखिलेश यादव

अगला लोकसभा चुनाव ‘संविधान मंथन’ होगा : अखिलेश यादव

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

लखनऊ, 28 फरवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि देश का आगामी लोकसभा चुनाव समुद्र मंथन की तरह ‘संविधान मंथन’ होगा और इसमें एक तरफ संविधान के रक्षक होंगे और दूसरी ओर वे लोग होंगे जो संविधान की धज्जियां उड़ाना चाहते हैं।

यादव ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के सपा में शामिल होने के अवसर पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मुझे इस बात की खुशी है कि गुड्डू जमाली जी के आने के बाद न केवल आजमगढ़ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में एक नयी ऊर्जा के साथ एक बड़ा संदेश जा रहा है। हमें इस बात की भी खुशी है कि हमारा पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) परिवार बढ़ता चला जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम जितना परिवार बढ़ा लेंगे उतनी ही ताकत से 2024 में भारतीय जनता पार्टी को हराने का काम करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ जिस तरीके से कभी समुद्र मंथन हुआ था, उसी तरह इस बार (लोकसभा चुनाव में) संविधान मंथन होने जा रहा है। एक तरफ तो वे लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं और दूसरी तरफ वे लोग हैं जो संविधान की धज्जियां उड़ाना चाहते हैं।’’

अखिलेश ने कहा, ‘‘ मुझे याद है कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले गुड्डू जमाली मेरे पास आए थे लेकिन किन्हीं परिस्थितियों के कारण हमारा साथ नहीं हो पाया था, लेकिन आज जब हम लोग 2024 में भविष्य की लड़ाई लड़ने जा रहे हैं।’’

सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘ वह आए नहीं हैं बल्कि मैंने उन्हें अपने पास बुलाया है। मैं अपनी तरफ से और पार्टी की तरफ से पूरा भरोसा दिलाता हूं कि जिस जिम्मेदारी के साथ आप दूसरे दल में थे, जिस तरीके से आपने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा इस पार्टी में रहकर भी आपको अपने घर जैसा लगेगा कि आप अपनी पार्टी में वापस आए हैं।’’

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता एवं पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गये।

समझा जाता है कि आज़मगढ़ की मुबारकपुर सीट से दो बार बसपा विधायक (2012 और 2017 में) रह चुके जमाली की जिले में अच्छी पकड़ है और उन्होंने 2014 और 2022 का लोकसभा उपचुनाव क्रमशः सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और धर्मेंद्र यादव के खिलाफ बसपा के टिकट पर लड़ा था।

भाषा सलीम खारी

खारी

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