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MP के मदरसों में आपत्तिजनक कंटेट पढ़ाने का मामला आया सामने, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- होगी जांच

नरोत्तम ने कहा 'प्रदेश के कुछ मदरसों में आपत्तिजनक कंटेंट पढ़ाने के विषय सामने आये है. किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मदरसों के पठन सामग्री की स्क्रूटिनी करवाने पर विचार किया जा रहा है.

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, फाइल फोटो । एएनआई

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य के मदरसों में पढ़ाये जाने वाले कंटेंट की जांच की जाएगी.

उन्होंने कहा ‘प्रदेश के कुछ मदरसों में आपत्तिजनक कंटेंट पढ़ाने के विषय सामने आये है. किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मदरसों के पठन सामग्री की स्क्रूटिनी करवाने पर विचार किया जा रहा है.’

मिश्रा ने कहा, ‘मैंने इसे (आपत्तिजनक सामग्री) सरसरी निगाह से देखा है. हम जिला कलेक्टर से कहेंगे कि ऐसी अप्रिय स्थितियों से बचने के लिए मदरसों की अध्ययन सामग्री की शिक्षा विभाग से जांच करवाएं.’

हालांकि, उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया कि वो किन मदरसों की बात कर रहे हैं.

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कुछ वर्गों ने राज्य के कुछ स्थानों के मदरसों में पढ़ाए जाने वाले कुछ विषयों पर सवाल खड़े किये हैं.

नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि ‘जांच से यह भी पता चलेगा कि मदरसों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम में और कितने सुधार की जरूरत है.

हाल ही में राज्य बाल संरक्षण आयोग ने कुछ मदरसों का औचक निरीक्षण किया कर पाया था कि वहां पढ़ाई जा रही कुछ सामग्रियां आपत्तिजनक हैं. इसे लेकर ही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को बयान देते हुए कहा कि ‘बच्चों के पाठ्यक्रम में विवादित विषयों की किताबें शामिल नहीं होनी चाहिए और पाठ्य सामग्री जांच की जाएगी.

इस साल अगस्त में, मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था कि ‘अवैध रूप से संचालित मदरसों का मानव तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है इसलिए इनकी जांच की जानी चाहिए.’

उषा ठाकुर ने कहा कि ‘हाल ही में बाल आयोग के पदाधिकारियों ने ऐसे अवैध रूप से संचालित मदरसों का औचक निरीक्षण किया था. उन्होंने पाया कि 30-40 बच्चों को अस्वस्थ्यकर वातावरण में रखा गया था. भोजन की भी सही व्यवस्था नहीं थी. मुझे डर है कि यह मानव तस्करी का मामला हो सकता है.’


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