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सरकारी अस्पतालों में एमआर मिलें तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्जकर आवश्यक कार्रवाई करें : ब्रजेश पाठक

फर्रुखाबाद (उप्र), 25 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सरकारी अस्पतालों में दवाओं का पर्याप्त भंडार रखने तथा पर्चे पर बाहर की दवाएं लिखने के चलन पर रोक लगाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

उन्होंने साथ ही कहा कि यदि सरकारी अस्पतालों में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एम आर) मिलें तो तत्काल उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।

सूबे के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक बुधवार देर शाम जिले के दौरे पर पहुंचे और उन्होंने राम मनोहर लोहिया अस्पताल का निरीक्षण करते हुए कहा कि यदि सरकारी अस्पतालों में एमआर मिलें तो उनके खिलाफ तत्काल मामला दर्ज किया जाए।

उन्‍होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) को निर्देश दिए कि कोई भी चिकित्सक मरीज के लिए बाहर की दवाएं न लिखे और दवाओं का पर्याप्त भंडार रखें। उन्होंने कहा कि दवाओं के लिए बजट की कोई कमी नहीं है।

पाठक ने कमालगंज के रतनपुर गांव में जल जीवन मिशन परियोजना के तहत चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का सपना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो।

उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से सभी ग्राम पंचायतों में पानी की टंकी का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य समय पर पूर्ण कर सभी ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल की सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए।

पाठक देर शाम इटावा से फर्रुखाबाद पहुंचे और उन्होंने जिला कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया।

भाषा सं आनन्द मनीषा शोभना

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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