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जीएसटी में 12 से 18 फीसदी के बीच एकल दर संभव : जेटली

अरुण जेटली ने कहा, देश में आखिरकार एक जीएसटी होनी चाहिए, जिसमें शून्य, पांच फीसदी के स्लैब होने चाहिए और अपवाद के तौर पर लक्जरी व सिन गुड्स के लिए मानक दर होनी चाहिए.

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अरुण जेटली | ब्लूमबर्ग

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को संकेत दिया कि देश में आखिरकार एकल मानक दर वाली जीएसटी हो सकती है. जेटली ने यह भी कहा कि लक्जरी व ‘सिन गुड्स’ को छोड़कर 28 फीसदी का स्लैब जल्द ही चलन से बाहर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मानक दर 12 से 18 फीसदी के बीच हो सकती है.

जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ’12 फीसदी व 18 फीसदी के दो मानक दरों के बजाय एकल मानक दर के लिए भविष्य के रोडमैप पर कार्य करना बेहतर हो सकता है.’

उन्होंने कहा, ‘यह दर दो के बीच की हो सकती है, स्पष्ट तौर पर इसमें पर्याप्त समय लगेगा.’

उन्होंने कहा कि देश में आखिरकार एक जीएसटी होनी चाहिए, जिसमें शून्य, पांच फीसदी के स्लैब होने चाहिए और अपवाद के तौर पर लक्जरी व सिन गुड्स के लिए मानक दर होनी चाहिए.

जेटली ने 28 फीसदी के सबसे अधिक कर स्लैब के संदर्भ में कहा, ‘जीएसटी में सुधार पूरे होने के साथ हम दरों को युक्तिसंगत बनाने के पहले सेट को पूरा करने के करीब हैं, अर्थात लक्जरी व सिन गुड्स के स्लैब को छोड़कर हम 28 फीसदी की दर को धीरे-धीरे बाहर कर रहे हैं,’

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