होम देश राजस्थान के डूंगरपुर में भारी मात्रा में जिलेटिन की छड़ें बरामद

राजस्थान के डूंगरपुर में भारी मात्रा में जिलेटिन की छड़ें बरामद

उदयपुर, 16 नवंबर (भाषा) राजस्थान में उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर विस्फोट के दो दिन बाद डूंगरपुर जिले में सोम नदी पर बने एक पुल के नीचे बोरियों में भरी जिलेटिन की छड़ें मिली हैं, जिनका वजन 185 किलोग्राम है।

पुलिस के अनुसार, खदानों में विस्फोट करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली छड़ें मंगलवार दोपहर को बरामद की गईं। जिस स्थान पर ये छड़ें मिलीं, वह उस ओड़ा पुल से लगभग 70 किलोमीटर दूर है, जहां शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को विस्फोट हुआ था।

हालांकि, पुलिस ने कहा कि पुल के नीचे से बरामद जिलेटिन छड़ों का उस विस्फोट से कोई संबंध नहीं प्रतीत होता, क्योंकि इनका निर्माण रविवार को विस्फोट स्थल (रेलवे ट्रैक) पर मिली सामग्री से अलग है, फिर भी मामले की सभी कोणों से जांच की जा रही है।

उदयपुर के पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि डूंगरपुर जिले में मंगलवार को जिलेटिन की छड़ें बरामद की गईं।

उन्होंने कहा, “प्रथम दृष्टया, ऐसा प्रतीत होता है कि किसी ने खनन में इस्तेमाल होने वाले जिलेटिन के पुराने स्टॉक को वहां फेंक दिया। हालांकि, हम सभी संभावित कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं।”

कुमार के मुताबिक, जिस इलाके में विस्फोट हुआ, उसके आसपास देखे गए कई लोगों से पूछताछ की गई है और मामले में आगे की तफ्तीश जारी है।

आसपुर (डूंगरपुर) के थानाधिकारी सवाई सिंह ने कहा कि स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस सोम नदी पर बने पुल के पास पहुंची और उसे उथले पानी में सात बोरी जिलेटिन की छड़ें मिलीं, जिनका वजन 185 किलोग्राम है।

इस आदिवासी बहुल इलाके में कई खदानें हैं।

उल्लेखनीय है कि ओड़ा रेलवे पुल पर उदयपुर-अहमदाबाद को जोड़ने वाले रेलवे ट्रैक पर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को विस्फोट हुआ था।

ओड़ा रेलवे पुलिस उदयपुर के जावर माइंस पुलिस थाना क्षेत्र में आता है। स्थानीय लोगों ने देर रात विस्फोट की आवाज सुनी थी। दो युवक रविवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्हें विस्फोटक व क्षतिग्रस्त ट्रैक दिखा था, जिसके बाद उन्होंने रेलवे अधिकारियों और पुलिस को सूचित किया।

यह रेल लाइन 31 अक्टूबर को शुरू की गई थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में असावरा रेलवे स्टेशन से असावरा-उदयपुर एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। सोमवार को क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मत कर इस लाइन पर रेल परिचालन बहाल कर दिया गया था।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीमों ने सोमवार को विस्फोट स्थल का दौरा कर साक्ष्य जुटाए थे। राजस्थान पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने भी मंगलवार को घटना की जांच शुरू कर दी।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद सहित सभी कोणों से मामले की जांच की जा रही है।

भाषा

पृथ्वी पारुल

पारुल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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