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यूक्रेन में फंसी गरिमा ने रो-रो सरकार से लगाई मदद की गुहार, कहा- रूसी सेना लड़कियों को कर रही गायब

यूक्रेन में फंसी छात्रा ने कहा कि इंडियन एंबेसी में उन्होंने कॉल किया लेकिन फोन नहीं उठ रहा. वह कीव में फंसी हुई हैं और उन्हें किसी तरह की सहायता नहीं मिल पा रही है.

यूक्रेन में फंसी छात्रा गरिमा सिंह ने वीडियो जारी कर बयां किया दर्द.

नई दिल्लीः यूक्रेन और रूस के बीच पिछले पांच दिनों से जंग जारी है. खबरों के मुताबिक रूस की आर्मी कीव और खारकीव शहरों पर लगातार हमले कर रही है. ऐसे में कथित रूप से लखनऊ की रहने वाली गरिमा ने एक वीडियो जारी अपना दर्द बयां किया जो कि इस वक्त कीव में फंसी हुई हैं. ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस अपने ट्टिवर हैंडल पर शेयर करते हुए भारत सरकार से सभी यूक्रेन में फंसे सभी छात्रों की सहायता किए जाने की मांग की है.

बसों में छात्रों पर की गई फायरिंग, लड़कियों को किया किडनैप

वीडियो में गरिमा ने कहा कि वह लखनऊ की रहने वाली हैं और वह पूरी तरह से कीव में फंस चुकी हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी तरह की हेल्प मिलने वाली नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हम एंबेसी को कॉल कर रहे हैं लेकिन कोई फोन नहीं उठाता है. किसी से बात भी नहीं हो पा रही है. यहां बहुत से लोग आते हैं हंगामा करते हैं, गेट तोड़ते हैं लेकिन क्या हो रहा है किसी को कुछ भी नहीं पता.’

आगे उन्होंने कहा कि उनके दोस्त ने बताया कि जो बच्चे कीव से बस या कैब से निकले हैं उनको रशियन आर्मी ने रोका, फायरिंग की और लड़कियों को पता नहीं कहां ले के गए हैं और लड़कों को भी पता नहीं कहां ले के गए हैं. इसके अलावा उनके मुताबिक रोमानिया बॉर्डर पर रोमानिया की आर्मी उन्हें मार रही है.

गरिमा ने कहा कि, ‘हमें लगता था कि हमें बचा लिया जाएगा लेकिन अब हमें नहीं लगता कि हमें बचाया जाएगा. पता नहीं हमारे साथ पता नहीं क्या होगा.’ गरिमा ने इंडियन आर्मी को भेजने की गुहार भी लगाई और उन्हें बाहर निकालने की अपील की.

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भारत सरकार चार मंत्रियों को भेजा यूक्रेन के पड़ोसी देश

भारत सरकार ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में वहां से भारतीय छात्रों को वापस सुरक्षित लाने के लिए चार वरिष्ठ मंत्रियों- ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को भेजने का फैसला लिया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया व मॉलडोवा में, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप पुरी हंगरी और वीके सिंह भारतीयों को रेस्क्यू करने के लिए पोलैंड जाएंगे. इसके अलावा विदेश सचिव एचवी श्रृंगला ने कहा कि उन्होंने अतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस सोसायटी से बात की है और वे यूक्रेन और रूसी दूतावासों के संपर्क में भी बने हुए हैं ताकि भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाया जा सके.

विदेश मंत्री एस जयशंकर के मुताबिक भारत वहां से स्टूडेंट्स को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है. इसके अलावा सरकार पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी पोलैंड और स्लोवाकिया में सीमा चौकियों से छात्रों को बाहर निकाल रही है. सोमवार को रेलवे स्टेशन तक पहुंचने की सलाह दी ताकि वे पश्चिमी क्षेत्र में आगे की यात्रा कर सकें.

 

यूक्रेन में हो चुकी हैं कई मौतें

वहीं भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने कहा कि रूस के हमले की वजह से काफी नागरिकों की मौतें हुई हैं. उन्होंने कहा कि मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बम के हमलों और शेलिंग की वजह से अब तक 16 बच्चों की मौतें हो चुकी हैं.


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