नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) सूरत के कपड़ा निर्यातक और सुची इंडस्ट्रीज के संस्थापक अशोक मेहता ने सेमीकंडक्टर कारोबार में कदम रखा है। उनकी योजना गुजरात में स्थापित की जा रही कंपनी की पहली चिप असेंबली और परीक्षण इकाई में 10 करोड़ डॉलर (लगभग 840 करोड़ रुपये) का निवेश करने की है।
मेहता ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कंपनी को अपनी परीक्षण परियोजना के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सेमीकंडक्टर के विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना (एसपीईसीएस) के तहत सब्सिडी के लिए केंद्र की मंजूरी मिल गई है।
मेहता ने कहा, “हमने कोविड-19 महामारी के दौरान कई कंपनियों को चिप की कमी की शिकायत करते देखा।”
उन्होंने कहा, “…तभी मैंने सेमीकंडक्टर कारोबार में उतरने का फैसला किया। मैंने शोध किया, मलेशिया में एक कार्यालय खोला और इस क्षेत्र में उतरने के लिए वहां से एक दल बनाया। नवंबर, 2024 तक हमारे पास गुजरात का पहला सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग (ओएसएटी) संयंत्र तैयार हो जाएगा।”
कंपनी का आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट (ओएसएटी) संयंत्र सूरत में सुचि सेमीकॉन के अंतर्गत स्थापित किया जा रहा है।
मेहता ने कहा, “हम तीन साल में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहे हैं। आरंभिक पूंजी हमारे आंतरिक स्रोतों से आएगी। हमारी परियोजना के लिए पंजाब नेशनल बैंक से भी ऋण की मंजूरी मिल गई है।”
अमेरिकी सेमीकंडक्टर कंपनी माइक्रोन और मुरुगप्पा समूह की सीजी पावर भी गुजरात में अपना चिप पैकेजिंग संयंत्र लगा रही हैं। माइक्रोन चिप संयंत्र में उत्पादन दिसंबर, 2024 में शुरू होने की संभावना है।
भाषा अनुराग अजय
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