मुंबई, एक फरवरी (भाषा) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि 50,000 करोड़ रुपये का कम विनिवेश लक्ष्य सरकार की ‘‘ रणनीति में बदलाव ’’ का संकेत देता है, जिसमें वह किसी कंपनी को कम दाम के बजाय सही कीमत पर बेचना सुनिश्चित करना चाहते हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को मजबूत करने के लिए काम कर रही है जैसा कि हाल के दिनों में देखा गया है।
चौहान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ वे (सरकार) यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें सार्वजनिक उपक्रमों की बिक्री से सर्वोत्तम कीमत मिले। इसलिए सामान्य तौर पर रणनीति बदली हुई प्रतीत होती है।’’
राजनीतिक रूप से मजबूत शासन के लिए कम विनिवेश लक्ष्य पर किए सवाल पर उन्होंने यह बात कही।
चौहान एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक भी हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें ‘‘समायोजन’’ करती थीं, जिसमें संसाधनों पर दृश्यता की कमी के कारण उन्हें विनिवेश लक्ष्य के लिए बजट बनाना पड़ता था, जबकि वर्तमान सरकार अपनी धारणाओं में अधिक यथार्थवादी है।
चौहान ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट प्रस्तावों में राजकोषीय संयम, कल्याणवाद और विकास में मदद के ‘‘जीतने वाले सूत्र’’ पर काम किया है।
चौहान ने कल्याण से जुड़े कदमों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत अब भी एक गरीब देश है। असमानताओं पर ध्यान दिए बिना और मजबूत सामाजिक सुरक्षा प्रणाली के बिना कोई भी देश विकसित नहीं हो सका है।
उन्होंने राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को 5.1 प्रतिशत पर कम करने के कदम और नए वित्त वर्ष के लिए कम उधारी लक्ष्य का भी स्वागत करते हुए कहा कि इससे निजी क्षेत्र को अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे।
भाषा निहारिका अजय
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