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दिल्ली में प्याज की कीमत 78 रुपये और देशभर में औसतन ₹50.35 kg : सरकारी आंकड़ा

स्थानीय विक्रेता प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहे हैं, जबकि ई-कॉमर्स मंच ‘बिगबास्केट’ और ‘ओटिपी’ पर प्याज 75 रुपये प्रति किलो की दर पर उपलब्ध है.

नासिक के मनमाड में एक गोदाम में मजदूरों ने बांग्लादेश को निर्यात के लिए बोरियों में प्याज पैक किया। वसंत प्रभु / दिप्रिंट

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को प्याज की कीमतें उच्च स्तर पर बनी रहीं और खुदरा बाजार में प्याज की औसत कीमत 78 रुपये प्रति किलोग्राम थी. सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.

हालांकि उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा संकलित आंकड़ों के मुताबिक, प्याज की अखिल भारतीय औसत कीमत 50.35 रुपये प्रति किलोग्राम थी जबकि अधिकतम दर 83 रुपये प्रति किलोग्राम और मॉडल कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम थी. न्यूनतम दर 17 रुपये प्रति किलोग्राम रही.

स्थानीय विक्रेता प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहे हैं, जबकि ई-कॉमर्स मंच ‘बिगबास्केट’ और ‘ओटिपी’ पर प्याज 75 रुपये प्रति किलो की दर पर उपलब्ध है.

केंद्र सरकार ने शनिवार को घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए 31 दिसंबर तक प्याज निर्यात पर 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय किया था. यह लगभग 67 रुपये प्रति किलो बैठता है.

यह एमईपी बैंगलोर रोज़ और कृष्णापुरम प्याज को छोड़कर प्याज की सभी किस्मों के लिए है.

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इसके साथ ही केंद्र ने बफर स्टॉक के लिए अतिरिक्त दो लाख टन प्याज खरीदने की घोषणा की है. यह पहले से खरीदे गए पांच लाख टन से अधिक एवं अतिरिक्त होगा.

बफर स्टॉक से प्याज का अगस्त के दूसरे सप्ताह से देश भर के प्रमुख उपभोग केंद्रों में लगातार निपटान किया गया है. एनसीसीएफ और नेफेड द्वारा संचालित मोबाइल वैन से खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलो की दर से आपूर्ति भी की गई है.

पिछले सप्ताह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुवाई में देरी होने के कारण इसकी खेती का रकबा कम रहा और फसल देर से पहुंची.

ख़रीफ़ प्याज की नई आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.


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