मुंबई, तीन मई (भाषा) टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को आईआईटी-बंबई के स्नातक छात्रों से आग्रह किया कि वे समाज और राष्ट्र के भविष्य में योगदान के बारे में सोचना शुरू करें।
उन्होंने यहां संस्थान में दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए छात्रों को भरोसा कायम करने, चरित्र निर्माण और एक उद्देश्यपूर्ण करियर पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
चंद्रशेखरन ने कहा, ”यह सोचना चाहिए कि आप हमारे समाज और राष्ट्र के भविष्य में कैसे योगदान देंगे। ऐसा उद्देश्य आपके जीवन को समृद्ध करेगा और मैं आपको गारंटी देता हूं कि इससे आपको बहुत संतुष्टि मिलेगी।”
उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान – बंबई के छात्रों से कहा कि वे विभिन्न क्षेत्रों में बहुत बड़ा प्रभाव पैदा करेंगे। उनमें से कुछ उद्यमी बनेंगे, कुछ शिक्षा क्षेत्र में जाएंगे या शोधकर्ता के रूप में विज्ञान का अध्ययन करेंगे या उनमें से कुछ नोबेल पुरस्कार विजेता भी बन सकते हैं।
चंद्रशेखरन ने टाटा समूह का जिक्र करते हुए कहा कि समूह में 66 प्रतिशत हिस्सेदारी धर्मार्थ ट्रस्टों के पास है और इसलिए समाज सेवा का उद्देश्य बहुत गहराई से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि समूह की कंपनियों से होने वाले लाभ का उपयोग कैंसर अस्पताल, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च या टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज बनाने के लिए किया गया है।
चंद्रशेखरन ने कहा कि लोगों ने टाटा समूह को 150 से अधिक वर्षों से काम करते देखा है और इसीलिए समूह ने लगातार अपने आचरण से भरोसा कायम किया है।
भाषा पाण्डेय रमण
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