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भारत का एडीबी से वृद्धि, साझा समृद्धि को नजरअंदाज न करने का आग्रह

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

(कुमार दीपांकर)

त्बिलिसी (जॉर्जिया), पांच मई (भाषा) भारत ने रविवार को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से आग्रह किया कि वह एशिया प्रशांत क्षेत्र में सदस्य देशों के लिए सतत वृद्धि को बढ़ावा देने के साथ-साथ शेष गरीबी को कम करने को नजरअंदाज न करे।

एडीबी की 57वीं वार्षिक बैठक में ‘बोर्ड ऑफ गवर्नर्स बिजनेस सत्र’ में हस्तक्षेप करते हुए भारत के अस्थायी वैकल्पिक गवर्नर विकास शील ने कहा कि बैंक ने वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं की चुनौतियों और वितरण को प्रभावी ढंग से संबोधित करते हुए तेजी से आर्थिक वृद्धि के उपायों को मजबूती देने, गरीबी को कम करने और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा, “हम चिंता के साथ देखते हैं कि आर्थिक वृद्धि और शेष गरीबी से निपटने को अपनी रणनीति 2030 की समीक्षा में एडीबी के बढ़े हुए फोकस क्षेत्रों में जगह नहीं मिली है। हम एडीबी से आग्रह करते हैं कि विकास और साझा समृद्धि पर एडीबी के चार्टर जनादेश को नजरअंदाज न करें।”

उन्होंने एशिया और प्रशांत क्षेत्र में त्वरित समावेशी और सतत वृद्धि की दिशा में काम करने के लिए भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।

भारत में चल रहे आम चुनावों के कारण एडीबी के निदेशक मंडल में गवर्नर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैठक में शामिल नहीं हो सकीं।

भाषा अनुराग पाण्डेय

पाण्डेय

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