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‘नहीं चाहते कि मेहमानों को परेशानी हो’ — अयोध्या में सड़क से आवारा कुत्तों और गायों को हटाया गया

नगर निगम की एक टीम को आवारा गायों और कुत्तों को पकड़ कर शहर से 20 किलोमीटर दूर स्थित नगर निकाय के आश्रय गृह में भेजने का काम सौंपा गया है.

मुख्य लता मंगेशकर चौक पर आवारा कुत्तों को पकड़ते नगर निगम अयोध्या के कर्मचारी | फोटो: प्रवीण जैन/दिप्रिंट
मुख्य लता मंगेशकर चौक पर आवारा कुत्तों को पकड़ते नगर निगम अयोध्या के कर्मचारी | फोटो: प्रवीण जैन/दिप्रिंट

अयोध्या: अयोध्या के लता मंगेशकर चौक पर हरे रंग के बड़े जाल से लैस एक आदमी एक आवारा कुत्ते का पीछा कर रहा है. खतरे को भांपते हुए कुत्ता जोर-जोर से भौंकने लगता है और जाल से बचने की कोशिश करता है. उस आदमी के पीछे, एक सफेद मारुति वैन जिस पर “नगर निगम अयोध्या” लिखा हुआ है, कुत्ते को बंदी बनाने के लिए इंतज़ार कर रही है.

यह नज़ारा देखने के लिए उत्सुक भीड़ जमा हो जाती है. उनमें से कुछ उस आदमी से कुत्ते को छोड़ने की विनती करते हैं, जबकि कुछ लोग सुझाव देते हैं कि इसे और अधिक प्रभावी ढंग से कैसे पकड़ा जाए.

एक अन्य व्यक्ति ने राउंड-अप का वीडियो बनाकर अधिकारियों को भेजा, “हमें नगर निगम अधिकारियों ने आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए कहा है. हमें आदेशों का पालन करना होगा.”

नगर निगम को आवारा गायों और कुत्तों को पकड़ कर शहर से 20 किलोमीटर दूर स्थित आश्रय स्थल में भेजने का काम सौंपा गया है | फोटो: प्रवीण जैन/दिप्रिंट

आवारा कुत्तों और गायों पर इस कार्रवाई का कारण सोमवार को होने वाला राम मंदिर में राम लला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह है. नगर निगम की एक टीम को आवारा गायों और कुत्तों को एक आधिकारिक सफेद वैन में इकट्ठा करने और उन्हें शहर से 20 किलोमीटर दूर स्थित नागरिक निकाय के आश्रय गृह में भेजने का काम सौंपा गया है.

यह पूछे जाने पर कि आवारा जानवरों को क्यों घेर लिया गया, संभागीय आयुक्त गौरव दयाल ने कहा कि यह एक आदेश था और जानवरों को नगर निगम के आश्रय स्थलों में उचित देखभाल में रखा गया था.

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उन्होंने दिप्रिंट को बताया, “हमारे पास पहले से ही एक कार्यक्रम है जहां आवारा मवेशियों की देखभाल की गई है. इसी तरह, आवारा कुत्तों के लिए भी हमारे पास एक नई सुविधा है, नगर निगम द्वारा विकसित एक आधुनिक सुविधा. कुत्तों को वहां ले जाया गया है. यही जनादेश है.”

दयाल ने कहा, “हमारे यहां अलग-अलग शहरों और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से मेहमान आएंगे. इसलिए, शहर को उनका स्वागत करने की स्थिति में होना चाहिए ताकि वे लोग अपने साथ सुखद यादें ले जा सकें और हम नहीं चाहते कि उन्हें किसी तरह की परेशानी का अनुभव हो.”

प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि शहर को गणमान्य व्यक्तियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अनुकूल बनाने के लिए उन्हें किसी भी आवारा जानवरों की सड़कों को साफ करने का अधिकार है.

आवारा कुत्तों और गायों को चार मुख्य मार्गों — राम पथ, भक्ति पथ, राम जन्मभूमि पथ और धर्म पथ — से हटा दिया गया है, जहां से प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्ति सोमवार को अयोध्या पहुंचेंगे.

अयोध्या प्रशासन के एक सूत्र ने कहा, “गायें सजावट के लिए रखे फूलों को खा रही थीं. वे सड़क के बीचों-बीच बैठ जाती हैं. गायों को गौशाला भेज दिया गया है. प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी लोगों के लिए इतने बड़े आयोजन के दिन ऐसा नज़ारा सुखद नहीं होगा.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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