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पीएम मोदी की काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन हो या रात कार्यकर्ता जोर-शोर से जुटे हैं

वास्तुकार बिमल पटेल द्वारा डिजाइन की गई 400 करोड़ रुपये की काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का उद्देश्य वाराणसी में शिव मंदिर और उसके आसपास भीड़भाड़ को कम करना है.

काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के मुख्य द्वार पर निर्माण कार्य करते मजदूर | फोटो: प्रवीण जैन |दिप्रिंट
काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के मुख्य द्वार पर निर्माण कार्य करते मजदूर | फोटो: प्रवीण जैन |दिप्रिंट

वाराणसी: 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का उद्घाटन इस साल के अंत में होने वाला है. और परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए निर्माण कार्य रात में भी जोर-शोर से किया जा रहा है.

5 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में फैली इस परियोजना का उद्देश्य काशी विश्वनाथ मंदिर, शिव के मंदिर में जाने वाले तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है.

वास्तुकार बिमल पटेल द्वारा डिजाइन की गई परियोजना का उद्देश्य मंदिर में और उसके आसपास भीड़ को कम करना, पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना, मौजूदा विरासत संरचनाओं को संरक्षित करना और काशी विश्वनाथ मंदिर को तीन सजाए गए द्वारों के माध्यम से गंगा घाटों से जोड़ना है. इस परियोजना पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने का अनुमान है.

परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने कहा, उत्सव और शुभ अवसरों पर, जैसे महाशिवरात्रि या श्रावण के महीने के पहले सोमवार को, मंदिर और उसके आसपास एक दिन में 2-3 लाख से अधिक आगंतुक आते हैं. इस पुनर्विकास के साथ, मंदिर के आसपास अक्सर जमा होने वाली भीड़ और भीड़ कम हो जाएगी.

एक नई गंगा व्यू गैलरी भी परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

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पुनर्विकास को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृति विभाग द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है.

दिप्रिंट आपके लिए वाराणसी में निर्माण स्थल की तस्वीरें लेकर आया है.

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम स्थल पर रात में किया जा रहा निर्माण कार्य| फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

काशी विश्वनाथ में किए जा रहे चौबीसों घंटे काम के दौरान ब्रेक लेता एक मजदूर | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

कोविड-19 महामारी से काम प्रभावित हुआ था और इसकी भरपाई के लिए रात में भी निर्माण कार्य किया जा रहा है | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का एक विहंगम दृश्य | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

गंगा नदी के तट पर निर्माण कार्य | फोटो: प्रवीण जैन |दिप्रिंट

 

एक सुरक्षा गार्ड ने निर्माण स्थल से मवेशियों को निकालता हुआ | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

साइट पर निरीक्षण करते अधिकारी | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

काशी विश्वनाथ धाम स्थल पर निरीक्षण का एक और नजारा | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

काशी विश्वनाथ धाम स्थल पर एक मजदूर | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

काशी विश्वनाथ धाम परियोजना स्थल के मुख्य द्वार का एक दृश्य | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

रोड-रोलर के ऊपर निर्माण कार्य के बीच आराम फरमाते और पानी पीते कुछ मजदूर | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

निर्माण स्थल पर काम करते हुए मजदूर | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

निर्माण कार्य के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

निर्माण स्थल पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

परियोजना के हिस्से के रूप में, घरों के अंदर स्थित मंदिरों की भी मरम्मत की जा रही है | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

 

(इसको अंग्रेज़ी में देखने के लिए यहां किल्क करें)

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